लाहौल के भीतर कब दौड़ेंगी बसें

उदयपुर (लाहौल-स्पीति)। शीत मरुस्थल लाहौल घाटी में जनजीवन पटरी पर लौट आया है लेकिन सरकार के हुक्मरानों की नींद अभी तक नहीं खुली है। घाटी के अंदरूनी हिस्सों के मुख्य सड़क मार्ग बस सेवा को तैयार हैं। लेकिन सर्दियों में कुल्लू शिफ्ट एचआरटीसी केलांग डिपो का स्टाफ अभी तक लाहौल घाटी नहीं पहुंच पाया। इस कारण लोगों को खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
लोग टैक्सियाें में सफर करने को विवश हैं। लाहौल-कुल्लू के बीच हेलीकाप्टर सेवा बीस मार्च से ठप है। ऐसे में हजाराें लोग रोहतांग दर्रे के आरपार जाने को हेलीकाप्टर के इंतजार में है। घाटी के एकलौता पैट्रोल पंप भी अभी तक नहीं खुल पाया है। किसानों को खेतीबाड़ी के लिए पावर ट्रिलर और ट्रैक्टर चलाने के लिए तेल नहीं मिल रहा। जनता की समस्या की कोई सुध नहीं ले रहा है।
पूर्व बीडीसी सदस्य सत्यपाल, बारपा पंचायत के पूर्व प्रधान सतप्रकाश और पूर्व जिला परिषद सदस्य ने बताया कि घाटी के अंदरूनी मार्ग बहाल होने की सूरत में बस संचालन न होना प्रशासन और सरकार के हुक्मरानों की कमजोरी है। सर्दियों में कुल्लू शिफ्ट एचआरटीसी स्टाफ को विशेष हेलीकाप्टर से घाटी पहुंचाया जाना चाहिए था। केलांग डिपो से एक दर्जन बसें केलांग और उदयपुर में अभी तक खड़ी हैं। पूर्व विधायक राम लाल मारकंडेय ने बताया कि लाहौल स्पीति के विधायक रवि ठाकुर घाटी की समस्या से रूबरू नहीं है। उन्हें जनता की समस्याओं से कोई लेना नहीं रहा है। चेतावनी दी है दो-तीन दिन के भीतर हवाई सेवा शुरू नहीं की गई तो भाजपा जनता के हितों को लेकर सड़कों पर उतरेगी। कहा कि पूर्व भाजपा शासनकाल के दौरान केलांग डिपो के स्टाफ को घाटी पहुंचाने के लिए एक विशेष हवाई सेवा का प्रावधान किया जाता था, लेकिन कांग्रेस शासनकाल में अभी तक बस सेवा शुरू न होना चिंता का विषय है।

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