राजस्थान के निजी विश्वविद्यालयों से पीएचडी पास प्रवक्ताओं की जांची जाएंगी डिग्रियां

शिमला
राज्य के सभी निजी, सरकारी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को ऐसे प्रवक्ताओं की डिग्रियां जांचने के निर्देश दिए हैं, जिन्होंने प्रदेश के बाहर से पीएचडी की डिग्रियां हासिल की हैं। मुख्य सचिव को भी पत्र लिखकर सरकारी विभागों के अधिकारियों की डिग्रियां जांचने की मांग उठाई है।

राजस्थान के निजी विश्वविद्यालयों से पीएचडी करने वाले हिमाचल प्रदेश के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में नियुक्त प्रवक्ताओं की डिग्रियां जांची जाएंगी। राजस्थान के कुछ निजी विश्वविद्यालयों पर यूजीसी के नियम दरकिनार कर डिग्रियां देने का आरोप है। हरियाणा में फर्जी तरीके से डिग्रियां देने के मामले सामने आने के बाद निजी शिक्षण संस्थान विनियामक आयोग ने प्रदेश में भी जांच बैठा दी है। राज्य के सभी निजी, सरकारी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को ऐसे प्रवक्ताओं की डिग्रियां जांचने के निर्देश दिए हैं, जिन्होंने प्रदेश के बाहर से पीएचडी की डिग्रियां हासिल की हैं।

मुख्य सचिव को भी पत्र लिखकर सरकारी विभागों के अधिकारियों की डिग्रियां जांचने की मांग उठाई है। गौर हो कि हरियाणा सरकार ने राजस्थान सहित बाहरी राज्यों के निजी विश्वविद्यालयों से पीएचडी करने वालों के खिलाफ जांच बिठाई है। राजस्थान के चुरू और झुनझुनु जिला में स्थित कुछ निजी विश्वविद्यालयों पर फर्जी डिग्रियां देने के आरोप हैं। चुरू जिला स्थित एक निजी विश्वविद्यालय के मालिक को बीते दिनों छात्रवृत्ति घोटाले में भी गिरफ्तार किया गया है। हरियाणा में फर्जी डिग्रियां मिलने के मामले सामने आने के बाद हिमाचल प्रदेश में भी जांच शुरू हो गई है।
विश्वविद्यालयों के कुलपतियों, रजिस्ट्रार और कॉलेजों के प्रिंसिपलों को पत्र लिखकर राजस्थान सहित अन्य राज्यों के निजी विश्वविद्यालयों से पीएचडी करने वाले प्रवक्ताओं की डिग्रियां जांचने के निर्देश दिए हैं। रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद सरकार को इससे अवगत करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि गलत तरीके से डिग्रियां लेकर प्रदेश के शिक्षण संस्थानों में किसी भी शिक्षक को पढ़ाने नहीं दिया जाएगा। – मेजर जनरल सेवानिवृत्त अतुल कौशिक, आयोग अध्यक्ष

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