लुधियाना (पंजाब)
चार साल से कर रहे थे सिविल सर्विसेज की तैयारी, शिक्षा के क्षेत्र में काम पसंद
पिता का कारोबार संभालने की जगह मन में सिविल सर्विसेज में जाने का था जुनून
मेहनत की दम पर हर मुकाम हासिल किया जा सकता है। लुधियाना सिविल लाइंस निवासी राघव जैन ने भी मेहनत कर मंगलवार को घोषित सिविल सर्विसेज के परिणाम में ऑल इंडिया स्तर पर 127वां रैंक हासिल किया है। राघव इस रैंक को हासिल करने का श्रेय अपने मन की इच्छा और स्मार्ट वर्क को देते हैं।
राघव जैन ने बताया कि उनके पिता पवन कुमार एक कारोबारी हैं। उनकी खुद की ज्वेलरी शॉप है। मां रेनू गुप्ता गृहिणी हैं। बचपन से उन्हें पढ़ने का शौक रहा है। हालांकि हर पिता का सपना होता है कि आगे चलकर उनका बेटा उनके कारोबार को संभाले लेकिन उनका मन लोक सेवा में जाने का था। इस मुकाम को हासिल करने के लिए वह चार साल से लगातार मेहनत कर रहे हैं। पहले छह माह दिल्ली में रहकर परीक्षा की तैयारी की। इसके बाद वह लुधियाना लौट आए और यही तैयारी की।
वह हर दिन आठ से दस घंटे पढ़ाई करते हैं। परीक्षा के दिनों में 12 घंटे पढ़ाई की है। सिविल सर्विसेज परीक्षा के लिए कोई भी पूरी तैयार नहीं कर पाता है इसलिए योजना के साथ पढ़ाई करनी होती है। वैकल्पिक विषय के तौर पर मैनेजमेंट को रखा था क्योंकि यह उनका पसंदीदा है। परीक्षा की तैयार में स्मार्ट वर्क सबसे जरूरी होता है। इससे पहले वह दो बार परीक्षा दे चुके थे।
शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव लाने की है इच्छा
राघव जैन का कहना है कि उन्हें पढ़ाना अच्छा लगता है। वह चाहते हैं कि उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में काम करने को मिले। वह सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने का बेहतर काम कर सकते हैं। उन्हें उम्मीद भी है कि उन्हें इसी क्षेत्र में काम करने को मिलेगा।