मौसम विभाग ने दी चेतावनी, हिमाचल-उत्तराखंड में भारी बारिश और बाढ़ का कहर, अगले चार दिन के लिए यलो अलर्ट

मौसम विभाग ने दी चेतावनी, हिमाचल-उत्तराखंड में भारी बारिश और बाढ़ का कहर, अगले चार दिन के लिए यलो अलर्ट

हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश और बाढ़ का कहर बना हुआ है। दोनों राज्यों के ज्यादातर इलाकों में मंगलवार को भारी बारिश हुई। मौसम विभाग ने अगले चार दिन के लिए यलो अलर्ट भी जारी किया है। शिमला में सड़क धसने की वजह से एक कार खड्ड में गिर गई, जिससे उसमें सवार तीन लोगों की मौत हो गई। दोनों राज्यों में एक हजार से अधिक सड़कें अभी भी बंद हैं।

जम्मू-कश्मीर में भी बारिश हो रही है, हालांकि तीव्रता कम है। घग्गर नदी में उफान से पंजाब और हरियाणा के कई क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति बरकरार है। शिमला जिले के रामपुर के ननखड़ी के पंडाधार मार्ग पर शरण ढांक के समीप खड्ड में कार गिरने से मरने वाले सभी स्थानीय लोग हैं। एनडीआरएफ, अग्निशमन विभाग और पुलिस के जवानों ने कड़ी मशक्कत से शवों को गहरी खाई से निकाला।

मंडी से कुल्लू एनएच के बीच पंडोह में छह मील के पास नेशनल हाईवे भूस्खलन के कारण फिर बंद हो गया है। पहाड़ी से लगातार पत्थर गिर रहे हैं। दो दिन के लिए आवाजाही पर रोक लगा दी है। प्रदेश में 647 सड़कें, 115 बिजली ट्रांसफार्मर और 543 पानी की योजनाएं ठप चल रही हैं।

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने चार दिनों तक राज्य में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। बाढ़ और बारिश से हुए नुकसान का जायजा लेने केंद्र की तीन टीमें बुधवार को हिमाचल प्रदेश का दौरा करेंगी।

महाराष्ट्र से बंगाल तक का हाल
महाराष्ट्र :
 मुंबई और उपनगरीय इलाकों में मंगलवार को भारी बारिश हुई। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान भी इन क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना जताई है। मध्य प्रदेश के कई जिलों में भी बारिश की संभावना जताई गई है।

असम : पिछले एक पखवाड़े के दौरान ब्रह्मपुत्र नदी में आई बाढ़ के चलते कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई है। 1.15 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। राज्य के 17 जिलों में 450 से ज्यादा गांव बाढ़ के पानी से प्रभावित हुए हैं। हजारों लोगों को विस्थापित होना पड़ा है और बड़ी संख्या में लोग राहत शिविरों में शरण लेने को मजबूर हुए हैं।

पश्चिम बंगाल : राज्य के सिंचाई मंत्री पार्थ भौमिक ने उत्तरी बंगाल के कई जिलों में बाढ़ के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। भौमिक का कहना है कि उत्तर बंगाल में बाढ़ का कारण भूटान की नदियों से आने वाला पानी है, लेकिन केंद्र सरकार इस मुद्दे को भूटान सरकार के साथ नहीं उठा रही है।

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