मुसाब्बी अभिलेखागार न होने से लोग परेशान

राजगढ़ (सिरमौर)। राजगढ़ उपमंडल की ग्राम पंचायत डिंबर के राजस्व ग्राम डिंबर का कोई भी राजस्व रिकार्ड लट्ठा पटवार खाना खैरी तथा मुसाब्बी अभिलेखागार राजगढ़ में उपलब्ध न होने से लोगों को अपने छोटे-छोटे राजस्व संबंधी कार्य करने में भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।
इस मामले को ‘अमर उजाला’ ने पहले भी उठाया था। इस पर कड़ा संज्ञान लेते हुए जिला सिरमौर के तत्कालीन एडीसी राजेश मारिया ने राजस्व रिकार्ड की डिजीटाइजेशन करने वाली कंपनी से उठाकर मुसाब्बी तैयार करवाने की पहल की थी लेकिन उसमें गांव के नाम एक जैसे होने से डिंबर के स्थान पर राजस्व ग्राम डिब्बर की मुसाब्बी आ गई और लोगों की समस्या यथावत बनी रह गई।
इस दौरान उनका अन्यत्र स्थानांतरण हो जाने के कारण मामला अभी तक भी खटाई में पड़ा है। इस उपमंडल के अधिकतर पटवार खानों में कपडे़ के लट्ठे जिसमें सारी जमीन का लेखा जोखा होता है वह फटे हुए हैं लेकिन जब वहां के किसी व्यक्ति को कोई राजस्व संबंधी कार्य करना होता है तो वह राजस्व अभिलेखागार राजगढ़ से मुसाब्बी की फोटो प्रतियां निकाल कर लाते हैं और काम चल जाता है लेकिन डिंबर राजस्व ग्राम की मुसाब्बी राजगढ़ अभिलेखागार में भी नहीं है।
डिंबर पंचायत की प्रधान नीलम ठाकुर, सुंदर सिंह ठाकुर, कप्तान सिंह व चंद्रमणि ठाकुर ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस बारे में राजस्व विभाग के अधिकारियों को कई बार प्रस्ताव भेज कर अनुरोध किया जा चुका है। इसके परिणाम स्वरूप मुसाब्बी कंपनी से प्राप्त भी की गई लेकिन वह डिब्बर की आई जिसकी प्रति यहां पहले भी उपलब्ध है। इन लोगों ने विभाग से मांग की है कि डिंबर राजस्व ग्राम की मुसाब्बी का शीघ्र प्रबंध किया जाए ताकि लोगों को हो रही कठिनाई से निजात मिल सके।
इस बारे में तहसीलदार राजगढ़ राजकुमार ठाकुर से संपर्क करने पर बताया कि उन्हें यहां आए अभी थोड़ा ही समय हुआ है और यह मामला उनके संज्ञान में अभी तक नहीं लाया गया है। अब उन्हें मालूम हुआ है तो वह इसके बारे में पूरी जानकारी लेकर मामला उच्च अधिकारियों के समक्ष उठाएंगे।

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