भारतीय सेना में सेवारत कैप्टन देवेश को बहादुरी के लिए मिला गैलेंटरी अवार्ड

भारतीय सेना में सेवारत कैप्टन देवेश को बहादुरी के लिए मिला गैलेंटरी अवार्ड

गणाईगंगोली (पिथौरागढ़)। गौलचौरा निवासी कैप्टन देवेश जोशी को साहस, वीरता और उत्कृष्ट कार्य करने के लिए गैलेंटरी अवार्ड दिया गया है। उनको अवार्ड मिलने पर क्षेत्र में खुशी की लहर है। पदक मिलने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन्हें फोन पर बधाई दी है।

गौलचौरा निवासी कैप्टन देवेश जोशी को दिल्ली में 15 अगस्त को आयोजित एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने अदम्य साहस के लिए गैलेंटरी अवार्ड प्रदान किया। उन्हें यह अवार्ड झारखंड के देवघर में रोपवे में ट्राली में 48 घंटे तक फंसे पर्यटकों को सुरक्षित निकालने के लिए ऑपरेशन त्रिकुट की सफलता पर प्रदान किया गया। देवघर में 17 विभिन्न रोपवे के खराब होने के कारण सभी ट्रालियां आकाश में झूल रही थी जिनमें महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग और पुरुष पर्यटक शामिल थे। सेना के चलाए ऑपरेशन त्रिकुट में लेफ्टिनेंट देवेश ने टीम का नेतृत्व करते हुए 21 यात्रियों की जान बचाने के साथ ही साहस का परिचय देते हुए क्रासिंग करते हुए ट्रालियों तक पहुंचने और अपने साथियों की सहायता से रस्सियों के सहारे फंसे पर्यटकों को सकुशल निकाला था।

वर्ष 2020 में वह भारतीय सेना में कमीशन प्राप्त कर कैप्टन बने। वहीं उन्हें पदक मिलने की जानकारी के बाद उनके पैतृक गांव में जश्न का माहौल है। चाचा मोहन चंद्र जोशी ने बताया कि वह 12 साल से पहले गांव से खटीमा चले गए थे। इनके पिता जीसी जोशी हल्द्वानी में शिक्षक हैं और माता गृहणी हैं। जिला पंचायत सदस्य दिवाकर रावल, तनुज उपाध्याय, चंदन बाणी, दीनदयाल उपाध्याय, प्रधान रमेश जोशी आदि ने खुशी जताई है।

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