इन दिनों देश की राजनीति में बड़ी उथल -पुथल मची है । नेता लोग जनभावनाओं का अनादर कर रहे है । अपने निजी हितो को साधने के लिए तितलियों की तरह इधर -उधर इतरा रहे है । हिमाचल में मचे सियासी बबाल के बाद अब हरियाणा के हिसार से सांसद बृजेंद्र सिंह ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। बृजेंद्र सिंह और उनके पिता पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में कांग्रेस में शामिल होंगे। बीरेंद्र सिंह 2014 में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हुए थे। इसके बाद उन्हें राज्यसभा का सदस्य बनाकर केंद्रीय मंत्री बनाया गया था।
भाजपा की टिकट को लेकर कोर कमेटी की एक बैठक रविवार देर शाम होने की संभावना है। इसमें भाजपा कुछ सीट पर प्रत्याशी घोषित कर सकती है। सूत्रों के अनुसार बृजेंद्र सिंह सीट को लेकर आश्वस्त नहीं थे। भाजपा के आंतरिक सर्वे में कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जाहिर की थी। इसके बाद हिसार लोकसभा से पूर्व वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु ,पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई , डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा को उतारने की तैयारी चल रही थी।
10 साल बाद कांग्रेस में वापसी
बीरेंद्र सिंह ने 2014 में कांग्रेस छोड़ी थी। इसके बाद भाजपा ने राज्यसभा सदस्य बनाकर उन्हें केंद्रीय इस्पात मंत्री बनाया था। उनकी पत्नी प्रेमलता को उचाना सीट से विधायक बनाया। 2019 में बृजेंद्र सिंह को हिसार लोकसभा सीट पर उतारा गया था। अब दस साल बाद बीरेंद्र सिंह का परिवार कांग्रेस में वापसी कर रहा है।
पिछले तीन महीने में बीरेंद्र सिंह की पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ तीन मुलाकात हुई। इसके बाद सियासी गलियारों में बीरेंद्र सिंह के भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा शुरू हो गई थी।