ब्रह्मोस पवेलियन का रक्षा राज्यमंत्री ने किया दौरा, मिसाइल उपलब्धियों की सराहना

ब्रह्मोस पवेलियन का रक्षा राज्यमंत्री ने किया दौरा, मिसाइल उपलब्धियों की सराहना
 बेंगलुरू

निरीक्षण के दौरान ब्रह्मोस एयरोस्पेस के मार्केट प्रमोशन और एक्सपोर्ट निदेशक प्रवीण पाठक ने राज्यमंत्री को ब्रह्मोस संयुक्त उद्यम की ऐतिहासिक निर्यात उपलब्धि के बारे में हालिया जानकारी दी।

रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट ने बुधवार को बेंगलुरु में चल रहे एयरो इंडिया के तहत ब्रह्मोस पवेलियन का दौरा किया। इस दौरान उनका स्वागत मार्केटिंग और एक्सपोर्ट निदेशक प्रवीण पाठक ने किया। अधिकारियों ने बताया इस दौरान रक्षा राज्यमंत्री को ब्रह्मोस लैंड मोबाइल कॉम्प्लेक्स, नेवल फ्लीट प्लेटफॉर्म और ब्रह्मोस एयर लॉन्च क्रूज मिसाइल द्वारा हासिल की गई नवीनतम प्रगति के बारे में जानकारी दी गई। इस दौरान राज्यमंत्री को भटगांव, लखनऊ में उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक कॉरिडोर के तहत स्थापित की रही अगली पीढ़ी की ब्रह्मोस-एनजी की क्षमताओं व उनकी अत्याधुनिक उत्पादन सुविधा के बारे में भी अवगत कराया गया।

ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल लगातार सफलता के झंडे गाड़ रही है। अब चीन के पड़ोसी देश वियतनाम के बाद फिलीपींस को भी ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल उपयोगी लग रही है। ब्रह्मोस मिसाइल कार्यक्रम के डीजी अतुल दिनकर राणे और मार्केटिंग-एक्सपोर्ट निदेशक प्रवीण पाठक को उम्मीद है कि जल्द ही दुनिया के कई देशों को इस मिसाइल का निर्यात करना पड़ सकता है। प्रवीण पाठक के मुताबिक न केवल ब्रह्मोस की मांग बढ़ रही है बल्कि चीन के पड़ोसी देशों ने भी इसमें रुचि दिखाई है। प्रवीण पाठक के मुताबिक बेंगलुरु के एयरफोर्स स्टेशन पर चल रहे एयर-शो में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने ब्रह्मोस को सैन्य संतुलन में अहम भूमिका निभाने वाली सामरिक मिसाइल प्रणाली से जोड़ा है।


ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल कार्यक्रम के महानिदेशक अतुल दिनकर राणे, ब्रह्मोस के डिप्टी सीईओ संजीव कुमार जोशी और मार्केटिंग-एक्सपोर्ट निदेशक प्रवीण पाठक ने सीडीएस जनरल चौहान को सुपरसोनिक मिसाइल के भावी कार्यक्रमों, उसकी रूपरेखा, क्षमता और इसके उन्नत संस्करण के बारे में जानकारी दी। सीडीएस चौहान के अलावा रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट ने भी ब्रह्मोस, इसके फायर पॉवर, मिनी ब्रह्मोस और इसके निर्यात की संभावना को परखा। प्रवीण पाठक ने रक्षा राज्यमंत्री को ब्रह्मोस मिसाइल में रुचि दिखाने वाले देशों तथा निर्यात की संभावनाओं के बारे में बताया। ब्रह्मोस के महानिदेशक का अनुमान है कि आने वाले समय में भारत सुपरसोनिक मिसाइल का बड़े पैमाने पर निर्यात कर सकता है।

भटगांव, लखनऊ के पास होगा ब्रह्मोस का निर्माण
उत्तर प्रदेश के डिफेंस कॉरिडोर में अत्याधुनिक ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल का निर्माण करने के लिए भटगांव, लखनऊ में एक बड़ी इकाई स्थापित की जाएगी। गौरतलब है कि भारत और रूस ने ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल को विकसित किया है। दोनों देश मिनी ब्रह्मोस और हाइपरसोनिक संसस्करण पर भी काम कर रहे हैं। ब्रह्मोस की खासियत यह है कि यह जहां ध्वनि से तेज गति से दुश्मन के ठिकाने को ध्वस्त करती है, वहीं इसे जमीन, हवा और पानी तथा पानी के भीतर से भी दुश्मन के ठिकाने पर दागा जा सकता है। यह मिसाइल प्रणाली देश के उन्नत फाइटर जेट सुखोई से दुश्मन के ठिकाने पर लांच की जा सकती है। इसे रफाल लड़ाकू विमान पर भी तैनात किए जाने की योजना है।

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