बिलासपुर में हल होगा पेयजल संकट

बिलासपुर। मुख्य संसदीय सचिव एवं घुमारवीं के नवनिर्वाचित विधायक राजेश धर्माणी ने कहा है कि अधिकारियों और कर्मचारियों को अपना दृष्टिकोण बदलना होगा। जनता ने कांग्रेस को जनादेश दिया है। भाजपा पांच साल में जो नहीं कर पाई, वह अब कांग्रेस करेगी। लोगों की हर समस्या का समाधान होगा। पारदर्शी और जवाबदेही सरकार बनी है। इसे चलाने के लिए सबको एकजुट होकर कार्य करना जरूरी है। सीपीएस बनने के बाद पहली बार बिलासपुर पहुंचे राजेश धर्माणी पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने भेदभाव की नीति अपनाई है। बिलासपुर को बड़ा विश्वविद्यालय या संस्थान नहीं मिला। 90 फीसदी गांवों में आज भी पानी की किल्लत है। इसे प्राथमिकता के आधार पर दूर किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों से भी ज्यादा से ज्यादा कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा हम सकारात्मक सोच में ज्यादा विश्वास रखते हैं। व्यर्थ के कार्यों में अपनी ऊर्जा खत्म करना उचित नहीं। यदि सब इस बात पर अमल करेंगे तो अगले लोकसभा चुनाव में इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। सामाजिक विकास के साथ भौतिक विकास जरूरी है। वे इसके लिए कार्य करेंगे। उन्होंने दो टूक कहा कि बिलासपुर ने बड़ी कीमतें चुकाई हैं। चाहे हरित क्रांति हो या फिर औद्योगिक क्रांति। बिना कुछ लिए बिलासपुर ने कुर्बानी दी।
विस्थापितों के मसले को लेकर उन्होंने पहले भी केंद्रीय वाणिज्य मंत्री के माध्यम से तत्कालीन ऊर्जा मंत्री सुशील कुमार शिंदे को पत्र भेजा था। अब फिर वे ऊर्जा मंत्री को इस बारे अवगत करवाएंगे। भाखड़ा विस्थापितों के लिए उनका हक दिलाया जाएगा। इस अवसर पर उनके साथ पूर्व विधायक बाबू राम गौत्तम, तिलक राज, नगर परिषद उपाध्यक्ष बिलासपुर कमलेंद्र कश्यप, प्रताप कौंडल समेत कई कांग्रेसी उपस्थित थे।

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