बस सेवा बहाल करवाना निगम के लिए गले की फांस

डंसा (रामपुर बुशहर) रामपुर डिपो के तहत बंद पड़े रूटों पर बस सेवा बहाल करवाना निगम के लिए गले की फांस बना हुआ है। बीते कई सालों से डिपो के पास बसों की कमी के चलते मजबूरन कई रूट बंद करने पड़े हैं, जिससे क्षेत्र के हजारों लोगों को परेशानियां हो रही हैं।
परिवहन निगम की रामपुर-डंडोल, रामपुर-लालसा, रामपुर-दारनघाटी, रामपुर-पलजारा-नरेण, रामपुर-डंसा-पनोली जैसे कई रूट पिछले लंबे समय से बंद हैं। ग्रामीण लगातार इन बंद पड़े रूटों को बहाल करने के बारे में कई बार आला अधिकारियों से भी मिल चुके हैं, लेकिन उनकी समस्या का आज तक कोई हल नहीं निकल पाया है। वर्तमान में रामपुर डिपो की करीब 150 रूटों पर बसों की आवाजाही जैसे तैसे चल रही है। वहीं स्टाफ की कमी से भी निगम जूझ रहा है। वर्कशॉप का काम भी ठेकेदारों के सहारे चल रहा है।
बसें न चलने को लेकर ग्राम सुधार समिति के प्रधान चूड़ा राम, मुनिश पंचायत के प्रधान बसंत राम, दोफदा पंचायत के उपप्रधान जय बिष्ट, प्रधान चंद्र प्रभा, प्रधान फांचा सत्य प्रकाश, नरेण पंचायत प्रधान वनीता मेहता व लालसा पंचायत उपप्रधान अमृत लाल शर्मा सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने बंद पड़े रूटों को बहाल करने की मांग की है ताकि लोगों को परेशानियां न हों।
इधर, रामपुर डिपो के क्षेत्रीय प्रबंधक गुरबचन सिंह ने माना कि बसों की कमी और स्टाफ के अभाव में बंद पड़े रूटों पर फिलहाल बसें चलाना संभव नहीं है। उन्होंने चुनाव आचार संहिता के बाद नई बसें मिलने पर उक्त रूटों पर सुचारू रूप से बसों की आवाजाही करवाने का आश्वासन दिया है।

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