बस नंबर 0149 का आठ बार हो चुका है चालान

नई दिल्ली। गैंगरेप से पहले बस नंबर 0149 का आठ बार चालान हो चुका है। खास बात यह है कि जब-जब इसका चालान हुआ, हर बार अलग-अलग ड्राइवर मिले। आठ बार चालान के अलावा बस को छह बार जब्त भी किया जा चुका है। बस मालिक दिनेश यादव का भी दो बार चालान हो चुका है। ये खुलासा दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने किया है। 0149 नंबर वही बस है जिसमें वसंत विहार इलाके में पैरा-मेडिकल की छात्रा के साथ दुष्कर्म हुआ था। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के संयुक्त आयुक्त सतेंद्र गर्ग ने बताया कि इससे पहले इस बस ने जब-जब ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन किया, इस बस का चालान किया गया। इसका 2011 में दो बार सरिता विहार इलाके में चालान किया गया। पहली बार बस का चालक बुलंदशहर का अनिल कुमार था और 9200 रुपये का चालान हुआ था। दूसरी बार चालक अखिलेश सिंह था और 3100 रुपये का चालान हुआ था।
वर्ष 2011 में ही इस बस का कालकाजी इलाके में दो बार चालान किया गया। ये दोनों चालान एक ही दिन हुए। इस बार चालक एटा (यूपी) निवासी सोनू था। इस बार चालक और बस मालिक दिनेश का 4100 रुपये का चालान हुआ था। इसी तरह 2012 के शुुरुआती पांच महीने में बस का कापसहेड़ा इलाके में तीन बार चालान हुआ। इलाके में जब बस का पहली बार चालान हुआ तो चालक नोएडा निवासी सर्वेश था। इस बार बस का चार हजार रुपये का चालान हुआ था। दूसरी बार बस मालिक का चालान 500 रुपये का हुआ था। तीसरी बार चालक बुलंदशहर निवासी नियामुद्दीन था और पांच हजार रुपये का चालान हुआ था। इस घटना से पहले बस का आखिरी चालान लाजपत नगर इलाके में 21 जुलाई को हुआ था। इस बार बस का चालक गैंगरेप का मुख्य आरोपी रामसिंह था। उसका 2200 रुपये का चालान हुआ था। बस का लीगल परमिट नहीं होने के बावजूद सवारी बैठाते हुए और बिना फिटनेस सर्टिफिकेट के पकड़ा गया था। ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कानून से आगे जाकर ट्रैफिक पुलिस कुछ नहीं कर सकती।

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