बस ठहराव की समस्या पर बिफरी संघर्ष समिति

मंडी। मंडी शहर में बस ठहराव का मुद्दा गंभीर रूप धारण करता जा रहा है। बस ठहराव की समस्या सैकड़ों लोगाें के लिए आफत बनी हुई है, लेकिन जिला प्रशासन इसका स्थाई हल नहीं निकाल सका है। इस समस्या पर शनिवार को जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ। संघर्ष समिति ने महामृत्युंज्य चौक पर चक्का जाम कर दिया। करीब एक घंटे के लिए रिवालसर की ओर जाने वाला मार्ग इंदिरा मार्केट के ठीक पीछे बंद पड़ गया। संघर्ष समिति के प्रदर्शनकारी बीच सड़क पर बैठ गए तथा महामृत्युंज्य चौक पर बस ठहराव के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। रिवालसर, सरकाघाट तथा तुंगलघाटी की ओर जाने वाले मार्गों पर वाहनों की आवाजाही ठप पड़ गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके पर पुलिस पहुंच गई। बाद में एडीएम मंडी ने संघर्ष समिति के पदाधिकारियाें के साथ एक लंबी बात की। इसके बाद प्रदर्शनकारी शांत हो सके। इसमें छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। डीएसपी मंडी आशीष शर्मा ने इसकी पुष्टि की है।
माकपा, भाकपा, हिलोपा, राकांपा पार्टियाें सहित आटो यूनियन मंडी, रेहड़ी-फड़ी यूनियन मंडी, तुंगल संघर्ष समिति, हिमाचल किसान सभा, डीवाईएफआई, एवाईएफआई, मंडी नागरिक अधिकार मंच, सीटू तथा मंडी बचाओ संघर्ष मोर्चा की संयुक्त रूप से गठित संघर्ष समिति के बैनर तले प्रदर्शनकारियों ने जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान एडीएम मंडी ने संघर्ष समिति के पदाधिकारियों से बात की। एडीएम मंडी पंकज राय ने बीस मार्च तक बस ठहराव की समस्या का समाधान करने की बात कही। उन्हाेंने कहा कि वैसे भी शिवरात्रि महोत्सव को लेकर शहर में ट्रैफिक को वन वे किया जा रहा है। इस अवधि तक प्रशासन बस ठहराव की समस्या का उचित समाधान खोज निकालेगा। हालांकि इस प्रस्ताव पर भी प्रदर्शनकारी काफी देर तक अड़े रहे, मगर बाद मेें संघर्ष समिति के सदस्यों ने एडीएम की बात को मान लिया। इसके बाद चक्का जाम खत्म हुआ तथा यातायात बहाल हो गया।
उल्लेखनीय है कि संघर्ष समिति बस ठहराव को पूर्ववत सेरी करने की मांग कर रही है। उधर, संघर्ष समिति के संयोजक भूपेंद्र सिंह का कहना है कि जिला प्रशासन ने 20 मार्च तक बस ठहराव की उचित व्यवस्था की बात कही है। यदि इस दौरान समस्या का निदान नहीं हुआ तो संघर्ष समिति उग्र आंदोलन करेगी।

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