बड़ा जिम्मा पर स्टाफ कम

धर्मशाला। कांगड़ा जिला पुलिस में अरसे से स्टाफ की किल्लत चल रही है। विभाग में कांस्टेबल-हेड कांस्टेबल के करीब 200 पद खाली हैं। ऐसे में जिलेभर में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने तथा क्राइम रेट को कंट्रोल करना विभाग के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रही है।
इसके अलावा जिला भर की खड्डों, नदी-नालों में होने वाले अवैध खनन पर नकेल कसने की जिम्मेवारी भी पुलिस पर है। वहीं अगर बीत चार माह पर नजर दौड़ाएं तो जिला के पुलिस थानों में सबसे ज्यादा चोरी तथा सड़क दुर्घटनाओं के मामले दर्ज हुए हैं। इसके अलावा जिले में हत्या, गैर इरादतन हत्या तथा मारपीट के भी मामले दर्ज हुए हैं। वर्तमान में कांगड़ा जिले में 15 पुलिस थाने और 16 पुलिस चौकियां हैं। वहीं अगर स्वीकृत पदों की बात करें तो जिले में पुलिस कांस्टेबल के 1008 पद, जबकि वर्तमान में 857 पद ही भरे पड़े हैं तथा 151 पद खाली हैं। इस तरह हेड कांस्टेबल के 217 पद स्वीकृत हैं, जबकि वर्तमान में 177 हेड कांस्टेबल कार्यरत हैं तथा 44 पद खाली हैं। इसके अलावा जिला के सभी पुलिस थाना व पुलिस चौकियों में स्टाफ की भारी कमी है। उधर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कांगड़ा जी शिवा कुमार ने कहा कि कांगड़ा जिला में पुलिस कांस्टेबल के 151 और हेड कांस्टेबल के 40 पद खाली हैं। उन्होंने बताया कि इस संदर्भ में विभाग के उच्चाधिकारियों को सूचित कर दिया गया है।

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