प्रस्तावित मंत्रिमंडल की बैठक में नई शिक्षा नीति को लेकर दी जाएगी प्रस्तुति : मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर

प्रस्तावित मंत्रिमंडल की बैठक में नई शिक्षा नीति को लेकर दी जाएगी प्रस्तुति :

शिमला
नई शिक्षा नीति को लेकर सोमवार को प्रस्तावित मंत्रिमंडल की बैठक में प्रस्तुति दी जाएगी। शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा जारी की गई नई शिक्षा नीति को हिमाचल में किस प्रकार से लागू किया जाना है? इस नीति के तहत प्रदेश में पहले से क्या किया किया गया है? इसको लेकर अब मंत्रिमंडल को अवगत करवाया जाएगा। गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को लागू करने में हिमाचल प्रदेश देशभर में बेहतरीन कार्य करेगा। नई शिक्षा नीति को लागू करने में हिमाचल अन्य राज्यों के मुकाबले पहल करेगा। इसके लिए जल्द ही टास्क फोर्स गठित की जाएगी। क्षेत्रीय बोलियों को नई नीति में प्राथमिकता दी जाएगी।

नई शिक्षा नीति को लागू करने के लिए टास्क फोर्स गठित की जाएगी। इसमें एक राज्य स्तरीय टास्क फोर्स होगी। इसके अलावा 5 सब टास्क फोर्स गठित की जाएगी। प्रारंभिक शिक्षा, माध्यमिक, उच्च, कॉलेज और विश्वविद्यालय स्तर पर नई शिक्षा नीति को कैसे लागू किया जाएगा इन के लिए यह 5 सब टास्क फोर्स काम करेगी। पाठ्यक्रम बदलाव, भर्ती एवं पद्दोन्नति नियमों में होने वाले बदलाव का जिम्मा भी अलग अलग कमेटियों को दिया जाएगा ताकि इस पर बेहतर तरीके से कार्य हो सके।
कॉलेज प्रिंसिपलों से वीडियो कॉन्फ्रेंस कर मांगे सुझाव
शिमला। शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने शनिवार को प्रदेश के सभी डिग्री कॉलेज प्रिंसिपलों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से चर्चा की। शिक्षा मंत्री ने कॉलेज प्रिंसिपलों से नई शिक्षा नीति को लेकर सुझाव देने को कहा। उन्होंने कहा कि शिक्षकों और विद्यार्थियों के साथ ऑनलाइन माध्यमों से इस बाबत चर्चा की जाए। सभी हितधारकों से सुझाव लेकर सरकार को भेजें। शिक्षा मंत्री ने शनिवार को केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति के साथ भी वीडियो कांफ्रेंस कर चर्चा की।

ई-कंटेंट बनाने वाले शिक्षकों की नहीं लगेगी नोट्स बनाने में ड्यूटी
ऑनलाइन पढ़ाई के लिए ई-कंटेंट तैयार करने वाले शिक्षकों की नोट्स बनाने में ड्यूटी नहीं लगेगी। उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा ने इस बाबत शनिवार को सभी जिला अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं। उन्होंने बताया कि ई-कंटेंट तैयार करने वाले शिक्षकों को नोट्स बच्चों के घरों तक पहुंचाने के काम में भी नहीं लगाया जाएगा। हालांकि, इन सभी शिक्षकों को अपने स्टेशन नहीं छोड़ने को लेकर आगाह भी किया गया है। उन्होंने कहा कि इन शिक्षकों को स्कूलों में तभी बुलाया जाएगा, जब संबंधित विषय का शिक्षक नोट्स बनाने के लिए उपलब्ध नहीं होगा। इस तरह की विशेष परिस्थिति में रिसोर्स ग्रुप के साथ काम कर रहे शिक्षकों को स्कूलों में बुलाया जा सकेगा।

 

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