पुल टूटने से टूटी लोगों की कमर

पिथौरागढ़। आपदा के जख्म ने जौलजीबी को बुरी तरह हिला दिया है। झूला पुल के ध्वस्त होने से जौलजीबी की अर्थव्यवस्था को अर्श से फर्श पर ला दिया है। पर अभी तक इस पुल को बनाने की पहल तक शुरू नहीं हुई है। इसकी वजह से यहां का कामधाम बुरी तरह प्रभावित हुआ है। व्यापारियों ने पुल का शीघ्र निर्माण करने की मांग की है। इस संबंध में प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन दिया गया है।
व्यापार संघ अध्यक्ष कैप्टन राम सिंह पाल का कहना है कि झूला पुल के ढहने से भारत और नेपाल के बीच आवाजाही ठप हो गई है, लेकिन 50 दिन से अधिक बीतने के बावजूद पुल के निर्माण का काम शुरू नहीं हो सका है। करीब 5000 की आबादी वाले जौलजीबी का कारोबार पूरी तरह नेपाल पर आश्रित है। पुल टूटने से कारोबार ठप हो गया है। साथ ही नेपाल के दार्चूला जिले के जौलजीबी में पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हुई है।
ग्राम प्रधान हरि राम, नंदन दताल, गंगा सिंह बृजवाल, एलएम अवस्थी, संजय दताल, भूपी चंद, भूपी पाल आदि व्यापारियों ने पुल का अविलंब निर्माण करने की मांग की है। साथ ही निर्माण न होने तक गरारी के जरिए वैकल्पिक व्यवस्था की मांग की है। ऐसा नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी गई है। इस संबंध में मंडलायुक्त, जिलाधिकारी और एसडीएम को ज्ञापन भेजा गया है।

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