पाक न सुनाए सजा-ए-मौत: एचआरडब्ल्यू

न्यू यॉर्क: जाने माने मानवाधिकार संगठन ह्यूमन राइट्स वाच ने आज पाकिस्तान से कहा कि वह एक बार फिर मौत की सजा पर स्थगन लगा दे । पाकिस्तान में करीब आठ हजार कैदियों को मौत की सजा दी जानी है ।

पिछले चार वर्षों में पाकिस्तान में पहलीबार दी गई मौत की सजा में सैनिक मोहम्मद हुसैन को 15 नवंबर को फांसी दी गई । उसकी दायर याचिका सभी जगहों से खारिज हो गई थी ।

पाकिस्तान में ह्यूमन राइट्स वाच के निदेशक अली दयान हसन ने कहा, ‘‘चार वर्ष के अनौपचारिक स्थगन के बाद पाकिस्तान ने एक बार फिर लोगों को मौत की सजा देनी शुरू कर दी है ।’’

हसन ने कहा, ‘‘इसके स्थान पर सरकार को औपचारिक स्थगन घोषित करना चाहिए । फिलहाल दी गई मौत की सजा को पूरा करने के बाद उसे हमेशा के लिए सभी अपराधों की श्रेणी से मौत की सजा को समाप्त कर देना चाहिए ।’’

पाकिस्तान में हुई फांसी पर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख नवी पिल्लई ने दुख व्यक्त किया है और एक बार फिर मौत की सजा के स्थगन की बात दोहरायी है ।

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