पांच घंटे लाइन में लगे, फिर भी नहीं हुआ जुगाड़

करीब एक माह के बाद मंगलवार को मंदिर मार्ग पर पहुंचे रसोई गैस सिलेंडर के ट्रक पर उपभोक्ता टूट पडे़। लाइन में लगे उपभोक्ताओं की संख्या की तुलतना में सिलेंडर कम संख्या में पहुंचे थे।

कई उपभोक्ताओं को खाली हाथ लौटना पड़ा। अब बुधवार को भी मंदिर मार्ग पर ही रसोई गैस सिलेंडरों का वितरण होगा।

सुबह ही लग गई लाइन
मंदिर मार्ग पर सर्वोदय मोहल्ला, गोपेश्वर गांव, गोपीनाथ मंदिर क्षेत्र और बैतरणी क्षेत्र के उभोक्ताओं को रसोई गैस का वितरण होता है। मंगलवार को लोग इस कड़ाके की ठंड में सुबह पांच बजे ही अपने रसोई गैस सिलेंडर के साथ लाइन पर लग गए थे।

करीब साढे़ पांच घंटे लाइन पर खडे़ रहने के बाद सुबह साढे़ दस बजे रसोई गैस का वितरण शुरू हो पाया। 234 सिलेंडर वितरित किए गए। जबकि मौके पर 263 उपभोक्ता अपने खाली सिलेंडरों के साथ खडे़ थे।

क्या कहना है इनका
गोपेश्वर गांव निवासी निर्मला देवी और सुषमा का कहना है कि उनके गैस सिलेंडर 14 दिसंबर को खत्म हो गया था। तब से वे स्टोब में खाना पका रहे थे। मंगलवार को भी उन्हें रसोई गैस नहीं मिल पाई है।

मंदिर मार्ग की उर्मिला भट्ट का कहना है कि उन्हें नवंबर में आई गैस नहीं मिल पाई थी। जिससे इस बार से सबसे पहले सुबह पांच बजे लाइन में लग गई थी। तब जाकर उन्हें रसोई गैस का वितरण हो पाया।

क्या कहते हैं कंपनी अधिकारी
इंडेन गैस सर्विस, गोपेश्वर के प्रबंधक वाईएस रावत का कहना है कि मंदिर मार्ग पर बुधवार को भी गैस वितरित की जाएगी। बृहस्पतिवार को बसंत विहार क्षेत्र में गैस का वितरण होगा।

पर्याप्त है रसोई गैस 
जिला पूर्ति अधिकारी आरएस राणा का कहना है कि जिले में रसोई गैस पर्याप्त मात्रा में पहुंच रही है। नवंबर माह में मांग के सापेक्ष हमें करीब उन्नीस सौ सिलेंडर कम मिले थे। इस माह पिछले सिलेंडरों की आपूर्ति भी कर दी जाएगी।

नगर क्षेत्र के आधे हिस्से में गैस वितरित कर दी गई है। अब बछेर, घिंघराण और मंडल क्षेत्रों में भी आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी।

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