जम्मू
जम्मू-कश्मीर में मंगलवार की शाम को जिला विकास परिषद (डीडीसी) के पांचवें चरण के चुनाव का प्रचार थम गया। इस चरण में 36 सीटों पर वीरवार 10 दिसंबर को मतदान होना है। इसमें जम्मू संभाग से 19 और कश्मीर से 17 सीटें शामिल हैं।
मौसम के मिजाज को देखते हुए दुर्गम क्षेत्रों में एडवांस में पोलिंग पार्टियों को रवाना कर दिया गया है। चुनाव के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इसमें विभिन्न श्रेणियों के मतदान केंद्रों पर जम्मू-कश्मीर पुलिस के अलावा सीआरपीएफ, बीएसएफ और सेना की तैनाती की जाएगी।
चुनाव प्रचार के अंतिम दिन मंगलवार को सत्ता और विपक्ष के नेताओं ने पूरा जोर लगाया। इसमें डोर टू डोर पहुंचकर वोटरों को लुभाने के प्रयास किए गए। कई अहम सीटों पर प्रचार के लिए केंद्रीय स्तर के बड़े नेता मौजूद रहे। आचार संहिता के पालन के लिए निगरानी कमेटियां नजर बनाए हुए हैं।
मतदान केंद्रों पर राजनीतिक दलों ने अपने पोलिंग एजेंट नियुक्त कर दिए हैं। जम्मू संभाग के किश्तवाड़ के पलमार, ठाकराई, जिला डोडा के गुंदना, ठाठरी, रामबन के बटोत, जिला रियासी के अरनास, भमाग, जिला उधमपुर के खून, मजालता, जिला कठुआ के मढ़ीन, नगरोटा गुजरू, जिला सांबा के नड, रामगढ़ -बी, जिला जम्मू के मंडाल फ्लां, मीरां साहिब, जिला राजोरी के कालाकोट, डांगरी और जिला पुंछ के लसाना और पुंछ सीट पर मतदान होगा।
इसी तरह कश्मीर के बारामुला में 2, कुलगाम में 2, अनंतनाग में 2, पुलवामा में 2, कुपवाड़ा में 2, बडगाम में 2, बांदीपोरा में 1, शोपियां में 2 और गांदरबल में 2 सीटों पर मुकाबला होगा। कश्मीर के अधिकतर मतदान केंद्र संवेदनशील श्रेणी में रखे गए हैं। इस चरण में श्रीनगर जिले की कोई सीट शामिल नहीं है।