पर्यटन कारोबार को तीस फीसदी की चपत

कुल्लू। प्रदेश में हवाई सेवाएं शुरू न होने के कारण कुल्लू के पर्यटन व्यवसाय को अब तक तीस फीसदी की चपत लग चुकी है। क्रिसमस और न्यू ईयर पर कुल्लू-मनाली के पर्यटन सीजन में पिछले वर्ष की तुलना में तीस फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।
पर्यटन व्यवसायियों का मानना है कि प्रदेश में हवाई सेवाएं शुरू न होना और सड़कों की खस्ताहाल से पर्यटन कारोबार को धक्का लगा है।
कारोबारियों ने कहा कि यदि शीघ्र हालत न सुधरी तो कुल्लू-मनाली और प्रदेश में पर्यटन कारोबार चौपट हो जाएगा। होटल एसोसिएशन मनाली के अध्यक्ष अनूप ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में हवाई सेवाएं करीब छह माह से बंद पड़ी हैं। दिल्ली से कुल्लू के लिए हवाई जहाज का किराया बहुत अधिक है। इसकी अपेक्षा श्रीनगर की हवाई दरें कम हैं। इस कारण भी पर्यटक श्रीनगर को प्राथमिकता दे रहे हैं। इससे मनाली का पर्यटन व्यवसाय दिन प्रतिदिन कम हो रहा है। इसके अलावा मनाली के पर्यटन व्यवसायी लग्जरी टैक्स की मार भी झेल रहे हैं।
उन्होंने प्रदेश सरकार से इस संबंध में कड़े कदम उठाने की मांग की है। मनाली के होटल व्यवसायी का कहना है कि क्रिसमस और न्यू ईयर पर मनाली के लगभग होटल पैक रहते थे लेकिन इस वर्ष पर्यटन सीजन में तीस से चालीस प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। होटल एमबेसडर मनाली के रीजनल मैनेजर नरेंद्र राणा ने कहा कि नववर्ष और क्रिसमस पर भी कारोबार फीका ही रहा। केवल 31 दिसंबर के लिए रही कारोबार ठीक चला। मनाली के होटल व्यवसायी देवेंद्र नेगी, रवि ठाकुर, नवीन तनवर और जसवंत शर्मा ने कहा कि इस वर्ष पर्यटन कारोबार में करीब 30 फीसदी की गिरावट आई हैं। उन्होंने कहा कि क्रिसमस और न्यू ईयर पर बर्फ के दीदार न होने के कारण भी पर्यटकों को मायूस होना पड़ा। एयरपोर्ट अथारिटी भुंतर के निदेशक रमेश शर्मा ने बताया कि अभी तक हवाई सेवाएं शुरू होने की उन्हें कोई जानकारी नहीं मिली है।

Related posts