परीक्षा में फेल अभ्यर्थी भी ले सकेंगे काउंसलिंग में हिस्सा

परीक्षा में फेल अभ्यर्थी भी ले सकेंगे काउंसलिंग में हिस्सा

प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से दो वर्षीय डिप्लोमा कोर्स डीएलएड के लिए आयोजित प्रवेश परीक्षा में शून्य अंक हासिल करने वाले अभ्यर्थी भी डीएलएड कर जेबीटी शिक्षक बन सकेंगे।  हिमाचल में सरकारी और निजी संस्थानों में रिक्त सीटें भरने के लिए शिक्षा बोर्ड की ओर से काउंसलिंग प्रक्रिया 31 अक्तूबर तक चलेगी। काउंसलिंग प्रक्रिया के अंतिम दिन प्रवेश परीक्षा में 29 से लेकर शून्य अंक हासिल करने वाले अभ्यर्थियों को शार्टलिस्ट किया है। जानकारी के अनुसार हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने प्रदेश के सरकारी और निजी डाइट संस्थानों में रिक्त सीटें भरने के लिए दूसरे चरण की काउंसलिंग प्रक्रिया को 17 से 31 अक्तूबर तक शुरू किया गया है। बोर्ड में अभी तक भी विभिन्न श्रेणियों सहित अनुदान और बिना अनुदान वाली कई सीटें रिक्त पड़ी हुई हैं।

इन सीटों को भरने के लिए स्कूल शिक्षा बोर्ड मुख्यालय में काउंसलिंग प्रक्रिया ले रहा है। अब तक हुई काउंसलिंग में रोजाना छह से सात फीसदी अभ्यर्थी ही काउसंलिंग प्रक्रिया में हिस्सा ले रहे हैं। इसके अभी भी कई सीटें रिक्त चल रही हैं। पहले यह काउंसलिंग प्रक्रिया 17 से 27 अक्तूबर तक प्रस्तावित की गई थी, लेकिन अभ्यर्थियों के कम रूझान को देखते हुए इसे 31 अक्तूबर तक बढ़ाया गया है। इसके चलते 27 अक्तूबर से लेकर 31 अक्तूबर तक की काउंसलिंग में उन अभ्यर्थियों को शार्ट लिस्ट किया गया है, जिन्होंने प्रवेश परीक्षा में 37 से लेकर शून्य अंक हासिल किया है। ऐसे में बोर्ड की ओर से उन अभ्यर्थियों को भी डीएलएड की काउंसलिंग के लिए मौका दिया गया है, जो कि प्रवेश परीक्षा में फेल रहे हैं।

निजी और सरकारी संस्थानों में कई श्रेणियों की सीटें रिक्त पड़ी हैं। इन सीटों को भरने के लिए 31 अक्तूबर तक काउंसलिंग प्रक्रिया क शेड्यूल तय किया गया है। इसमें प्रवेश परीक्षा में कम अंक हासिल करने वाले अभ्यर्थियों को भी मौका दिया गया है। – डॉ. विशाल शर्मा, सचिव, स्कूल शिक्षा बोर्ड, धर्मशाला।

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