परीक्षा फार्म जलाकर विरोध जताएगी एसएफआई

शिमला। एसएफआई जिला इकाई ने कुलपति और परीक्षा नियंत्रक पर आरोप लगाया है कि वे एकमुश्त बीएड और बीसीए के छात्रों की फीस में बढ़ोतरी कर छात्रों पर बोझ डाल रहे हैं। बीएड और बीसीए के छात्रों के फार्म की फीस महज 60 रुपये थी, उसे अब 850 रुपये कर दिया है। छात्र नेताओं ने चेताया द्दस् कि यदि फार्म की बढ़ी फीस के फैसले को वापस न लिया गया तो एसएफआई परीक्षा फार्म जलाकर विरोध जताएगी और बढ़े दाम पर फार्म नहीं बिकने देगी।
जिला अध्यक्ष प्रेम कायथ और सचिव चंद्रकांत वर्मा ने कहा कि एक मुश्त इन कक्षाओं की फीस में चौदह गुणा बढ़ोतरी कर उन्होंने शिक्षा को व्यापार का रूप देने के अपने इरादों को साफ कर दिया है। पहले भी कुलपति और परीक्षा नियंत्रक इसी तरह से फीस में बढ़ोतरी करते आ रहे हैं। एसएफआई इसका पुरजोर विरोध करेगी। उनका कहना है कि कुलपति ने मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक में विवि के बढ़े खर्चों को पूरा करने के लिए 90 के बजाय महज 75 करोड़ का बजट मांगकर शेष खर्च को पूरा कर लेने की बात कही है। जाहिर है कि वे विवि के बढ़े खर्च को छात्रों की जेब से वसूलने की तैयारी कर रहे हैं। प्रदेश भर के 78 निजी बीए कॉलेजों और बीसीए संस्थानों में मनमर्जी की फीस वसूली जा रही है जिस पर विवि का कोई नियंत्रण नहीं है।

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