धर्मशाला। विकास खंड इंदौरा की एक ग्राम पंचायत की पूर्व प्रधान एवं वर्तमान उपप्रधान को 46067 की रिकवरी डाली गई है। सरकारी धन के दुरुपयोग पर इस उपप्रधान पर पंचायतीराज विभाग ने कार्रवाई की है। वहीं विभाग ने उपप्रधान को कारण बताओ नोटिस जारी कर 15 दिन के भीतर जवाब मांगा है। नोटिस में स्पष्ट है कि अगर निर्धारित समय में उपप्रधान ने जवाब नहीं दिया तो उसे निलंबित कर दिया जाएगा। जिला पंचायत अधिकारी राजेंद्र धीमान ने पंचायत उपप्रधान को रिकवरी डालने और कारण बताओ नोटिस जारी करने की पुष्टि की है। जिला पंचायत अधिकारी ने बताया कि ग्राम पंचायत की पूर्व प्रधान वर्तमान में इसी पंचायत की उपप्रधान हैं। उन्होेंने बताया कि गांव के एक व्यक्ति ने पूर्व प्रधान पर सामुदायिक भवन के निर्माण कार्य में सरकारी धन के दुरुपयोग के आरोप लगाए थे। इस पर विभागीय जांच बीडीओ इंदौरा के माध्यम से करवाई गई। जांच में पाया गया कि भवन निर्माण में पंचायत ने सिविल सप्लाई कारपोरेशन की बजाय खुले बाजार से 250 बैग सीमेंट खरीदे, 250 बैग में से 195 बैग सीमेंट प्रयोग हुआ, शेष का कोई रिकार्ड नहीं, 8000 ईंटों में से 1100 ईंटों का कोई पता नहीं है, ईंटों की दीवार को डिस्मेंटल किया गया, भवन निर्माण के लिए 1300 वर्ग फीट टाइलों में से 370 टाइलों का कोई लेखा जोखा नहीं है। इन सभी अनियमितताओं के चलते विभाग को 46067 का वित्तीय नुकसान हुआ। इसलिए पूर्व प्रधान एवं वर्तमान उपप्रधान से यह रिकवरी करना जरूरी है। उधर, संबंधित पंचायत के पूर्व प्रधान एवं वर्तमान उपप्रधान ने विभाग की जांच रिपोर्ट और उन पर लगाए गए आरोपों को गलत करार दिया है।
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