निगरानी के लिए पंचायत स्तर पर बनाई जाएंगी टीमें

हमीरपुर

सांकेतिक तस्वीर
कोविड-19 महामारी के कारण बाहरी राज्यों से हमीरपुर जिले में लौटने वाले लोगों की निगरानी के लिए पंचायत वार्ड स्तर पर टीमें गठित की जा रही हैं। सभी छह नाकों पर सतर्कता बढ़ा दी गई है और बाहर से आने वाले प्रत्येक वाहन और व्यक्ति की जानकारी एकत्र की जा रही है। हर व्यक्ति की जांच इन नाकों पर सुनिश्चित की गई है। अगर किसी में बुखार इत्यादि के लक्षण पाए जाएंगे तो उस व्यक्ति को अलग किया जा रहा है। आवश्यकता पड़ने पर उसके नमूने भी जांच के लिए जाएंगे। सीमावर्ती नाकों पर पुलिस, स्वास्थ्य विभाग व स्थानीय प्रशासन के निगरानी दल दिन-रात कार्य कर रहे हैं।
बाहरी राज्यों से लौट रहे लोगों को घर पर ही क्वारंटीन रहना होगा और इसकी अवहेलना करने वालों को शेष अवधि के लिए संस्थागत संगरोध केंद्रों में भेज दिया जाएगा। यह केंद्र संबंधित पंचायतों में ही स्थापित किए जा रहे हैं जिनके लिए स्कूलों को भी चिह्नित किया जाएगा। पंचायतें इसमें एक इकाई के रूप में कार्य करेंगी। प्रत्येक तीन पंचायतों पर एक नोडल निगरानी अधिकारी तैनात किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त उपमंडल स्तर पर नियंत्रण कक्षों को और सशक्त किया जा रहा है। तहसीलदार, खंड विकास अधिकारी, पुलिस व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इसमें शामिल किए जा रहे हैं जो पंचायतों में पहुंचने वाले लोगों की दैनिक आधार पर जानकारी प्राप्त करेंगे और संबंधित पंचायत प्रतिनिधियों के साथ लगातार सम्पर्क एवं समन्वय बनाए रखेंगे। उपायुक्त हरिकेश मीणा ने जिला के सभी उपमंडलाधिकारियों, खंड विकास अधिकारियों और खंड चिकित्सा अधिकारियों के साथ इस बारे में वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से चर्चा भी की। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त रतन गौतम, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अर्चना सोनी सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।

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