तलाशी अभियान, ड्रोन और खोजी कुत्तों की मदद से खंगाले गए नदी-नाले

जम्मू

भारतीय सेना

अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) से घुसपैठ के इनपुट मिलने के बाद सीमावर्ती इलाके हीरानगर के साथ ही धर्मनगरी कटड़ा में व्यापक पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया गया। इसमें सभी नदी-नालों को खंगाला गया। आतंकियों के कश्मीर तक पैदल जाने वाले पुराने रूट पर भी कड़ी घेराबंदी कर तलाशी ली गई। इसमें ड्रोन और खोजी कुत्तों की भी मदद ली गई।
जम्मू-पठानकोट हाईवे पर रविवार रात से सोमवार सुबह लगभग नौ बजे तक यातायात रोक दिया गया था। हालांकि इस दौरान कुछ भी हाथ नहीं लगा है। सुरक्षा एजेंसियों ने सोमवार दोपहर डेढ़ बजे 20 घंटे बाद तलाशी अभियान बंद कर दिया लेकिन निगरानी को कड़ा करने के साथ ही हर आशंका को शून्य करने के लिए सुरक्षा एजेंसियां लगातार सतर्क हैं। आतंकियों की आईबी से घुसपैठ के मेसेज इंटरसेप्ट करने के बाद रविवार शाम छह बजे से भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा के हीरानगर सेक्टर से लेकर हाईवे और आतंकियों के कश्मीर तक पैदल जाने वाले पुराने रूट पर भी कड़ी घेराबंदी कर तलाशी ली गई। पूर्व में आतंकियों की पनाहगार बनी हरियाचक नर्सरी को भी सुरक्षाबलों ने खंगाला है। एसएसपी कठुआ डॉ. शैलेंद्र मिश्रा ने बताया कि जिले के कई हिस्सों में सघन तलाशी अभियान चलाया गया है। बॉर्डर क्षेत्र पर सतर्कता बनाए रखने के लिए यह रूटीन कवायद है।
कटड़ा स्थित प्रसिद्ध देवा माई मंदिर के जंगल में सीआरपीएफ की छठी बटालियन की ओर से तलाशी अभियान चलाया गया। जंगल के चप्पे-चप्पे को खंगालने के साथ ही हर आने-जाने वाले और आसपास के लोगों से गहन पूछताछ भी की गई, ताकि लॉकडाउन में राष्ट्र विरोधी तत्व धर्मनगरी में वारदात को अंजाम न दे सकें। सीआरपीएफ कमांडेंट जितेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि सीमा पार से आतंकियों की घुसपैठ की सूचना के बाद तलाशी अभियान चलाया गया है।

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