नालागढ़-बद्दी की पंचायतों में हेराफेरी

नालागढ़/बद्दी। नालागढ़ और बद्दी की पंचायतों में सरकारी धन के दुरुपयोग का गोरखधंधा पनप रहा है। फरलू के फेर में फंसकर पंचायत सचिव ड्यूटी में कोताही बरत रहे हैं। उपमंडल में करीब 12 लाख के गबन का पर्दाफाश हुआ है। कोताही भरे मामले में जिला पंचायत अधिकारी ने जांच पूरी करने के बाद एक प्रधान और पांच पंचायत सचिवों को नोटिस जारी करके जवाब मांगा है। पंद्रह दिनों के भीतर नोटिस का जवाब अगर संतोषजनक नहीं आया तो संबंधित सचिवों और पंचायत प्रधान पर निलंबन की गाज गिर सकती है। इसकी पुष्टि जिला पंचायत अधिकारी एमएस नेगी ने की है।

मलैहणी में सर्वाधिक मामले
ग्राम पंचायत मलैहणी के प्रधान और पंचायत सचिव पर विभिन्न विकास कार्यों की राशियों को अनाधिकृत रूप से अपने पास रखकर रिकार्ड संधारण में लापरवाही बरतने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जांच में पाया कि 19-04-2010 से 26-05-2010 की अवधि के बीच कुल 46 बैठकों में भिन्न-भिन्न प्रस्तावों में बिना पंचायत पदाधिकारियों के कार्रवाई समापन के बाद कोई हस्ताक्षर कार्रवाई रजिस्टर में नहीं करवाए।

यह हैं मुख्य अनियमितताएं
पहला- 01लाख तीस हजार की निकासी जेसीसी बैंक नालागढ़ से की गई। यह पैसा पक्की गली हरिजन बस्ती पपलेड के लिए निकाला, लेकिन कोई भी बिल वाउचर अभिलेख में उपलब्ध नहीं है।

दूसरा- जलागम वाटर शैड के तहत सचिव द्वारा वर्तमान प्रधान को 95000 रुपये 11-05-2011 से 2012 तक पेशगी के रूप में दिया गया। जांच में पाया गया कि राशि को प्रधान के नाम पेशगी दर्शा कर प्रधान/ सचिव अपने पास रखा।

तीसरा- 5 लाख 31 हजार 495 रुपये की राशि जेसीसी बैंक नालागढ़ से सचिव द्वारा 10-6-2011 से 01-05-2012 तक निकाली गई। जांच में पाया गया कि राशि का आज दिन तक रोकड़ में इंद्राज नहीं किया गया।

चौथा- मनरेगा में 04 लाख की गड़बड़ का आरोप है। 13-05-2011 से 05-03-2012 तक यह राशि निकाली गई। जिसे आज तक रोकड़ बही में नहीं डाला गया है।

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