देश को बाटूंगा नहीं, बल्कि जोडूंगा : बाइडन

देश को बाटूंगा नहीं, बल्कि जोडूंगा : बाइडन

वाशिंगटन
अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के चयन के लिए हुए चुनाव के नतीजे सबके सामने आ गए हैं। डेमोक्रेटिक पार्टी के जोसेफ आर बाइडन यानी जो बाइडन अमेरिका के अगले राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे। भारतीय मूल की कमला हैरिस अमेरिका की उप-राष्ट्रपति चुनी गई हैं। वहीं, चुनावी नतीजों के बाद बाइडन और हैरिस ने अमेरिका को संबोधित किया। बाइडन ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, एक ऐसा राष्ट्रपति बनूंगा, जो बांटेगा नहीं बल्कि लोगों को एकजुट करेगा। दूसरी तरफ, कमला हैरिस ने कहा, अमेरिकी नागरिकों ने एक नए दिन की शुरुआत की है।

बाइडन ने अपने संबोधन में क्या कहा
जो बाइडन ने देश को संबोधित करते हुए कहा, अमेरिका के लोग खुलकर सामने आए और उन्होंने हमें एक स्पष्ट जीत दिलाई। यह जीत हम लोगों के लिए है। हम अमेरिका के इतिहास में राष्ट्रपति पद के लिए मिले अब तक के सबसे अधिक वोटों से जीते हैं। बता दें कि बाइडन के लिए 7.4 करोड़ नागरिकों ने वोट किया।
डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता ने कहा, मैं एक ऐसा राष्ट्रपति बनने की प्रतिज्ञा करता हूं, जो विभाजित नहीं करना चाहता बल्कि एकजुट करना चाहता है। जिसे लाल राज्य और नीले राज्य में भेद नहीं है। वह केवल संयुक्त राज्य अमेरिका देखता है।

जोसेफ आर बाइडन जूनियर होंगे अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति

उन्होंने कहा, आप सभी के लिए जिन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप को वोट दिया, मैं आज रात आपकी निराशा को समझता हूं। अब हम एक दूसरे को मौका देते हैं। यह समय है, जब हमें अपनी कठोर बयानबाजी को दूर करना होगा। गुस्से को कम करना होगा। हम लोग एक-दूसरे को फिर से देखें। यह समय एक-दूसरे को सुनने का है।

बाइडन ने कहा, मुझे गर्व है कि हमने दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र में विविधता देखी। हमें उसके बल पर जीत हासिल हुई। हम सबको साथ लाए। इसमें डेमोक्रेट्स, रिपब्लिकंस, निर्दलीय, प्रोग्रेसिव, रूढ़िवादी, युवा, बुजुर्ग, ग्रामीण, शहरी, समलैंगिक, ट्रांसजेंडर, लैटिन, श्वेत, अश्वेत और एशियन शामिल रहें। हमें सभी का समर्थन हासिल हुआ।

हैरिस ने अपने संबोधन में क्या कहा
वहीं, उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनी गईं कमला हैरिस ने देश को संबोधित करते हुए कहा, हमारे लोकतंत्र की रक्षा में संघर्ष होता है, बलिदान होता है लेकिन उसमें आनंद और प्रगति भी होती है। क्योंकि हमारे पास बेहतर भविष्य बनाने की शक्ति है।

हैरिस ने कहा, जब हमारा लोकतंत्र इस चुनाव में बैलेट पर था, जिसमें अमेरिका की आत्मा दांव पर थी और दुनिया देख रही थी, तो आपने (अमेरिकी नागरिक) अमेरिका के लिए एक नए दिन की शुरुआत की।

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उन्होंने कहा, मैं आज अपनी उपस्थिति के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार महिला की आभारी हूं, मेरी मां, श्यामला गोपालन हैरिस। जब वह 19 साल की उम्र में भारत से यहां आईं, तो शायद उन्होंने इस पल की कल्पना नहीं की थी। लेकिन वह अमेरिका में इतनी गहराई से विश्वास करती थीं जहां इस तरह का पल संभव है।

हैरिस ने कहा, मैं उनके बारे में सोच रही हूं और महिलाओं, अश्वेत महिलाओं, एशियाई, श्वेत, लैटिन, मूल अमेरिकी महिलाओं के बारे में सोच रही हूं, जिन्होंने हमारे देश के इतिहास में आज रात के लिए मार्ग प्रशस्त किया है।

बता दें कि अमेरिका में 46वें राष्ट्रपति के चयन के लिए हुए चुनाव का परिणाम आ गया है। जो बाइडन अमेरिका के अगले राष्ट्रपति चुने गए हैं। डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से बाइडन ने 290 इलेक्टोरल वोट हासिल किए वहीं, उनके प्रतिद्वंद्वी रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को 214 वोट मिले। इसी के साथ ही तीन नवंबर को चुनाव के बाद शुरू हुई गहमागहमी समाप्त हो गई और अमेरिका के इस चुनावी नाटक का पटाक्षेप हो गया।

भारतीय मूल की कमला हैरिस ने भी इस चुनाव में जीत के साथ इतिहास रच दिया है। वो पहली ऐसी महिला हैं जो अमेरिका के उपराष्ट्रपति पद पर आसीन होंगी। भारत के लिए भी गर्व की बात है कि भारतीय मूल की एक महिला अमेरिकी उपराष्ट्रपति का पद संभालेंगी।

 

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