देवभूमि में सुपारी किल्लरों की पौध

मैहतपुर (ऊना)। देवभूमि हिमाचल के सरहदी इलाके मैहतपुर में दिनदिहाड़े एक उद्योगपति की गोली मारकर हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले चारों युवकों के हिमाचली होने से यह बात साबित हो गई है कि अब देवभूमि जैसे अमनप्रिय सूबे में सुपारी किल्लरों की पौध उगने लगी है। चंद रुपयों की खातिर किसी की भी हत्या करने के किस्से अक्सर अब तक हिमाचली लोगों ने या तो सिनेमा के पर्दे पर देखे थे या देश के कुछ राज्यों में ऐसी घटनाओं को अंजाम देने वालों के समाचार सुने और पढ़े थे। स्थानीय युवक भी सुपारी किल्लर बनकर किसी को यूं मौत के घाट उतार सकते हैं, यह अपने आप में पहला वाक्या है। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि चारों युवकों ने रुपयों के लिए हत्या की। इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले मुख्य सूत्रधार अनिल ने ही हत्या की पूरी योजना का खाका तैयार किया। इन युवकों के पास से देसी कट्टा मिलने से यह आशंका भी बढ़ गई है कि ऊना में अब युवक मोबाइल की तरह देसी कट्टे भी जेब में रखकर घूमने लगे हैं। अब पुलिस के सामने बड़ा सवाल यही है कि देसी कट्टे के लिए कारतूस कौन सप्लाई करता है। एसपी रविंद्र शर्मा ने कहा कि कानून के लंबे हाथों से ऐसे असामाजिक तत्वों का बच पाना नामुमकिन है।

प्रदीप का चेहरा पड़ गया था पीला
वारदात के बाद प्रदीप ही घायल विनोद कुमार जैन को अस्पताल ले गया था। इस दौरान पुलिस भी लगातार प्रदीप से बातचीत कर रही थी। पुलिस के सवालों से प्रदीप के होंठ फड़फड़ा रहे थे और उसका चेहरा पीला पड़ रहा था। बैरियर पर सीसीटीवी फुटेज को भी वह सही ढंग से देख नहीं पा रहा था। वह पुलिस पूछताछ के दौरान बार बार पानी मांग रहा था। उसकी अजीबोगरीब हरकतों को देखकर पुलिस को उस पर ही शक हुआ। पुलिस की सख्ती से प्रदीप गुप्ता उखड़ गया और उसने वारदात से जुड़े हर पहलू से पर्दा उठाया।
हत्या आरोपियों की होगी शिनाख्त परेड
पुलिस के पास हैं चश्मदीद गवाह

ऊना। गिरफ्तार हत्या आरोपियों की शिनाख्त परेड होगी। एसपी ने कहा कि पुलिस के पास चश्मदीद गवाह भी हैं, जिनके सामने बाइक पर तीन युवक आए थे। जिस युवक ने गोली दागी उसे भी चश्मदीदों ने देखा है। वारदात को अंजाम देने के लिए इस्तेमाल की गई डिस्कवर बाइक का मालिक विक्की ठाकुर नामक शख्स है। वारदात के दौरान अरुण बाइक चला रहा था। विक्की ने यारी दोस्ती में बाइक दी थी, हालांकि उसे इस बात का कोई इल्म नहीं था कि बाइक को कहां इस्तेमाल किया जा रहा है। एसपी ने कहा कि प्रदीप ने कबूल कर लिया है कि उसी ने सेठू के जरिए अन्य आरोपियों की व्यवस्था करके मर्डर कराया।

फिल्लौर में भी हैं विनोद की फैक्टरियां
ऊना। उद्योगपति विनोद कुमार जैन की पंजाब के फिल्लौर में थी तीन फैक्टरियां हैं। जिनमें उनके भाई भी हिस्सेदार हैं। जबकि मैहतपुर ऊना और जम्मू कश्मीर स्थित फैक्टरी के वे अकेले ही मालिक थे। मैहतपुर वे कभी कभार ही आते थे। विनोद की पत्नी कविता जैन से भी एसपी ने बातचीत की थी, लेकिन वह वारदात से पूरी तरह टूट चुकी थी।
मर्डर के लिए हुई थी रिहर्सल
हत्या आरोपियों ने मर्डर के लिए पहले पूरी रिहर्सल की थी। वनगढ़ के समीप जंगल में जब तीन हवाई फायर हुए तो पुलिस को भनक तक नहीं लगी। वनगढ़ में ही आईआरबी भी स्थापित है। आरोपियों के खिलाफ भादसं की धारा 302, 34, 120 बी और आर्म्स एक्ट की धारा 25-54-59 के तहत मामला दर्ज हुआ है। दूसरी ओर यह भी खुलासा हुआ है कि सुपारी के बीस हजार लेने वाला अरुण कुमार शुक्रवार को शादी करने वाला था और उसने एक युवती को भगाने का भी पूरा प्लान बनाया था। इससे पहले वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस अगर थोड़ी से देर करती तो आरोपी युवती को लेकर निकल चुका होता। पुलिस की मुस्तैदी से एक युवती भी कलंकित होने से बच गई।

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