देवभूमि में टूटी रिश्तों की ‘मर्यादाएं’

बिलासपुर। देवभूमि में पारिवारिक रिश्तों की मिठास में ‘जहर’ घुल रहा है। कहीं पति-पत्नी के रिश्ते बिगड़ रहे हैं तो कहीं परिवार का आपसी कलह कचहरी तक पहुंच रहा है। अपने ही ‘घर’ में अधिकतर महिलाएं अपने आप को सुरक्षित नहीं समझ रही। बदलते परिवेश में पारिवारिक रिश्तों की डोर कमजोर पड़ती जा रही है। जमीनी विवाद, पति के जुल्मों-सितंम, ससुरालियों की प्रताड़ना, पड़ोसियों से लड़ाई-झगड़े यहां तक कि मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न जैसे मामलों को लेकर महिलाएं कचहरी का दरवाजा खटखटाने को विवश हो गई हैं।
बिलासपुर जिला को ही लें तो यहां महिलाओं से संबंधित विभिन्न मामले सैकड़ों में है जो चिंता का विषय बना हुआ है। पुलिस फाइलों के अनुसार जिला में इस साल कुल 1735 शिकायतें पहुंची है जिनमें 476 केवल महिलाओं से संबंधित हैं। महिलाओं से संबंधित इन मामलों में पारिवारिक रिश्तों से संबंधित अधिकतर मामले हैं। हालांकि, इनमें कई मामले राह चलते छेड़छाड़ और दुराचार के आरोपों के भी है लेकिन, अधिकतर मामले पारिवारिक रिश्तों से संबंधित बताए जा रहे हैं। मसलन, कुछ महिलाओं ने अपने पति पर मारपीट का आरोप लगाया है तो कुछ ने दहेज उत्पीड़न जैसे आरोप लगाए हैं।
बेटी के साथ उसके ही पिता द्वारा दुराचार की घटना से जहां देवभूमि शर्मसार हुई वहीं, महिला का अश्लील एमएमएस बनाने का मामला भी यहां सुर्खियों में रहा। यहां तक कि सास, ससुर, जेठ और देवरानी देवर के खिलाफ भी शिकायत लेकर महिलाएं थाने तक पहुंची हैं। पुलिस की मानें तो 476 में से 186 मामलों को निपटारे के लिए महिला सेल भेजा गया। कई मामलों में दोनों पक्षों में समझौता भी हुआ है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भागमल के अनुसार महिलाओं से संबंधित शिकायतें कई बार झूठी भी पाई जाती है। लिहाजा, उस पर छानबीन के बाद ही कार्रवाई की जाती है। इस साल सामने आए अधिकतर मामलों को निपटाने का प्रयास हुआ है।

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