दिल्ली में और महंगी हो जाएगी प्रॉपर्टी

दिल्ली में मकान-दुकान खरीदना और महंगा हो जाएगा। प्रॉपर्टी बाजार में काले धन के लेनदेन पर लगाम कसने के लिए सरकार ने सर्किल रेट में 22 से लेकर 200 फीसदी तक की बढ़ोतरी के प्रस्ताव पर अपनी मुहर लगा दी है। दिल्ली में जमीन का न्यूनतम मूल्य 19.40 हजार रुपये प्रति वर्ग मीटर और अधिकतम 6.45 लाख रुपये तय किया गया है।

उपराज्यपाल से मंजूरी मिलने और अधिसूचना जारी होने के बाद नई दरें लागू हो जाएंगी। पिछले 21 महीने में सर्किल रेट तीन बार बढ़ाए गए हैं। दिल्ली सरकार ने फरवरी, 2011 में ए श्रेणी में दोगुना, नवंबर 2011 में ढाई गुना और अब 200 फीसदी की बढ़ोतरी की है। दिल्ली सरकार के अधिकारियों का कहना है कि सर्किल रेट में हर वर्ष वृद्धि का प्रावधान है। 2011 से पूर्व दो वर्ष कोई वृद्धि नहीं की गई थी।

राजस्व सचिव धर्मपाल ने बताया कि इससे न सिर्फ सरकार का राजस्व बढ़ेगा बल्कि प्रापर्टी खरीद-फरोख्त में पारदर्शिता आएगी। काले धन का प्रवाह कम होगा। जो बाजार सर्वे कराए गए हैं, उससे अभी भी ए व बी श्रेणी में रेट कम हैं। हालांकि, राजनीतिक गलियारे से जुड़े लोगों का कहना है कि अगले वर्ष विधानसभा और फिर 2014 में लोकसभा के चुनाव हैं। उस समय सर्किल रेट बढ़ाने में सरकार को मुश्किल होती, इसलिए सर्किल रेट अब बढ़ाए गए हैं।

‘वर्तमान में जायदाद के सौदे मौजूदा बाजार दर से बहुत कम मूल्य पर किए जा रहे हैं। काले धन के प्रवाह को रोकने के लिए यह सही समझा गया कि न्यूनतम सर्किल रेट को तर्कसंगत बनाया जाए। दिल्ली के मौजूदा सर्किल रेट एनसीआर के नोएडा, गुड़गांव और फरीदाबाद के मुकाबले बहुत कम हैं। इन शहरों में हर पांच-छह महीनों के बाद सर्किल रेट बढ़ाए जा रहे हैं।’
– शीला दीक्षित, मुख्यमंत्री, दिल्ली

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