दान से चलाया विवेकानंद ट्रस्ट : शांता

धर्मशाला। चुनाव की बहस मुख्य बुनियादी मुद्दों से भटक चुकी है। अब शायद कुछ लोगों के पास कहने के लिए कुछ नहीं बचा है, तभी वे व्यक्तिगत आरोप प्रत्यारोप की राजनीति पर उतर आए हैं। धर्मशाला में प्रेस वार्ता के दौरान शांता कुमार ने कहा कि होटल यामिनी और विवेकानंद ट्रस्ट को लेकर मुझ पर व्यक्तिगत आरोप लगाए जा रहे हैं। क्या वीरभद्र सरीखे नेताओं के पास बुनियादी मुद्दों पर बोलने के लिए कुछ नहीं बचा है जो वे व्यक्तिगत टीका टिप्पणी पर उतर आए हैं। मैं विवेकानंद ट्रस्ट का अध्यक्ष हूं। जनता से दान के रूप में 25 करोड़ का सहयोग लेकर विवेकानंद ट्रस्ट बनाया गया है। जब मैं दिल्ली में था तो मंत्री रहते अपना 25 हजार का हर माह का वेतन विवेकानंद ट्रस्ट को दान कर देता था। विवेकानंद हॉस्पिटल में अति गरीबों का मुफ्त इलाज होता है। बीपीएल परिवारों को 50 प्रतिशत इलाज में छूट है। जिनका इलाज लंबा चलता है, उनको भी रियायत दी जाती है। हॉस्पिटल में न्यूरो सर्जरी, ट्रामा सेंटर, नी और हिप्स रिप्लेसमेंट जैसे इलाज चल रहे हैं। ट्रस्ट अभी तक गरीबों के इलाज में एक करोड़ रुपये की मदद दे चुका है। जेपी कंपनी ने भी ट्रस्ट को चलाने में करोड़ों रुपये का सहयोग दिया है। बावजूद इसके कांग्रेस के नेता मुझ पर पत्थर मार रहे हैं, लेकिन भगवान उनको सजा न दे। मैंने राज्यसभा सदस्य रहते छह महीने पहले ही सांसद निधि खर्च कर दी है, जबकि कांग्रेस नेता झूठे आरोप लगा रहे हैं। वीरभद्र सिंह ने मेरी तारीफ की तो उनको कांग्रेस हाईकमान ने डांटा। फिर उन्होंने मेरी आलोचना की। कालेधन पर कांग्रेस कोई जवाब नहीं दे रही है।

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