ढाबों से 6 बाल मजदूर बरामद

कुल्लू। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस, श्रम विभाग और गैर सरकारी संस्था चाइल्ड हेल्प लाइन ने छह बाल मजदूरों को कुल्लू तथा मनाली के ढाबों और दुकानों से मुक्त करवाया है। छुड़ाए गए बच्चों में 5 बिहार और 1 हिमाचल के ही मंडी जिला से है।
बाल मजदूरी से रिहा करवाए गए इन बच्चों के बयान लेने के बाद पुलिस ढाबों संचालकों के खिलाफ बाल श्रम अधिनियम के तहत मामला दर्ज करेगा। फिलहाल इन सभी बच्चों को कुल्लू और मंडी के शेल्टर होम भेजा गया है।
चाइल्ड हेल्प लाइन संस्था का दावा है कि अभी भी हजारों की तादाद में ऐसे बाल मजदूर कई घरों में काम कर रहे हैं। पुलिस ने इन ढाबा संचालकों से पूछताछ शुरू कर दी है। बाल मजदूरी अधिनियम कानून में ऐसे लोगाें को तीन साल तक की कैद का प्रावधान है। पिछले साल यूपी और बिहार के करीब 26 बच्चों को कुल्लू-मनाली में बेचने का मामला सामने आया था। इस मामले चंडीगढ़ पुलिस ने लेह लद्दाख के एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया था। उस दौरान बेची गई एक युवती को भी पुलिस ने बरामद किया था। अब ताजा घटनाक्रम के बाद यह मामला एक बार फिर सुर्खियाें में है।
चाइल्ड हेल्प लाईन के कोआर्डिनेटर पवन कुमार ने बताया कि शुक्रवार को गुप्त सूचना के आधार पर पतलीकूहल के 4 ढाबों और मनाली की एक जूते के शोरूम तथा एक कास्मेटिक दुकान पर छापा मारकर बच्चों को मुक्त करवाया गया। श्रम विभाग के निदेशक केवल राम और हेल्प लाइन के कोआर्डिनेटर शालिनी किम्टा ने बताया कि रिहा करवाए गए अधिक बच्चे बिहार के हैं। एएसपी संदीप धवल ने कहा कि श्रम विभाग और चाइल्ड हेल्प लाइन के साथ मिल कर घाटी में बेचे गए बच्चों को चिहिन्त किया जा रहा है।

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