टीवी के ‘राम’ अरुण गोविल भाजपा में हुए शामिल, बोले- अब मैं देश के लिए योगदान देना चाहता हूं

टीवी के ‘राम’ अरुण गोविल भाजपा में हुए शामिल, बोले- अब मैं देश के लिए योगदान देना चाहता हूं

टीवी धारावाहिक ‘रामायण’ में भगवान राम की भूमिका में नजर आए अभिनेता अरुण गोविल भाजपा में शामिल हो गए हैं। बंगाल चुनाव से पहले अरुण गोविल का भाजपा में शामिल होना काफी अहम माना जा रहा है। अरुण गोविल ने गुरुवार को दिल्ली में बीजेपी कार्यालय में पार्टी की सदस्यता ली। इस दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने उनका पार्टी में स्वागत किया। 

सदस्यता ग्रहण करने के बाद अरुण गोविल ने कहा कि, ‘इस समय जो हमारा कर्तव्य है वो करना चाहिए। मुझे राजनीति आज से पहले समझ नहीं आती थी। लेकिन मोदी जी ने जब से देश को संभाला है तब से देश की परिभाषा ही बदल गई है। मेरे दिल दिमाग में जो होता है कर देता हूं।’

उन्होंने आगे कहा कि, ‘अब मैं देश के लिए योगदान देना चाहता हूं। इसके लिए हमें एक मंच की जरूरत होती है। बीजेपी आज इसके लिए सबसे अच्छा मंच है। मैंने पहली बार देखा कि ममता बनर्जी को ‘जय श्री राम’ के नारे से एलर्जी हुई। जय श्री राम केवल एक नारा नहीं है।’ बता दें कि ‘रामायण’ के श्रीराम से पहले धारावाहिक में रावण और सीता की भूमिका निभा चुके अभिनेता अरविंद त्रिवेदी और अभिनेत्री दीपिका चिखलिया ने भी बीजेपी के टिकट पर ही चुनाव लड़ा था।

खैर, ये पहली बार नहीं जब कोई अभिनेता राजनीतिक पार्टी में शामिल हुआ है। टीवी धारावाहिक ‘रामायण’ के कलाकारों से पहले ‘महाभारत’ के अभिनेता और अभिनेत्री का नाम भी इसी कड़ी में शामिल हैं। ‘महाभारत’ में कृष्ण बने अभिनेता नीतीश भारद्वाज व द्रोपदी बनी रूपा गांगुली पहले ही भाजपा का दामन थाम चुके हैं। दोनों भाजपा के पक्ष में काफी सक्रिय रूप से काम करते हैं और रूपा गांगुली तो पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की स्टार प्रचारक भी हैं।

अरुण गोविल के करियर की बात करें तो उन्होंने अपने करियर की शुरुआत में धारावाहिक ‘विक्रम और बेताल’ में महाराज विक्रमादित्य का किरदार निभाया था। ये साप्ताहिक धारावाहिक दूरदर्शन पर प्रसारित किया जाता था। अरुण गोविल ने एक बार इस धारावाहिक को लेकर कहा था, ‘इसी धारावाहिक के चलते मुझे मौका मिला रामानंद सागर से मिलने का क्योंकि ये सीरियल उनके बेटे प्रेम सागर बना रहे थे। मैं उनसे मिलने गया और मैंने कई सारे स्क्रीन टेस्ट दिए। रामानंद सागर जी ने मुझसे कहा कि तुम्हें हम लक्ष्मण या भरत के किरदार के लिए चुन लेंगे। लेकिन फिर मुझे राम के किरदार के लिए चुन लिया गया।’

अरुण गोविल यूपी के मेरठ केंटोनमेंट में पले-बढ़े हैं। उनकी शिक्षा सहारनपुर व शाहजहांपुर में हुई है। उनके पिता मेरठ के जलकार्य विभाग में इंजीनियर रहे। अरुण ने मथुरा के कॉलेज से बीएससी की है। 17 साल की उम्र में वो बिजनेस के सिलसिले में मुंबई आ गए थे। लेकिन फिर उन्हें एक्टिंग लाइन में आने का मन बना लिया। शुरुआती दौर में उन्होंने कई फिल्मों में साइड हीरो का किरदार निभाया और फिर राजश्री प्रोडक्शन हाउस ने अरुण गोविल को फिल्म ‘सावन को आने दो’ में ब्रेक दिया। धारावाहिक ‘रामायण’ में राम की भूमिका में लोगों ने अभिनेता को काफी पसंद किया। आलम ये था कि लोग उन्हें असल में भगवान राम मानने लगे थे।

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