जिले के 613 तोक विद्युतीकरण से वंचित

नई टिहरी। विद्युतीकरण से वंचित जिले के 613 तोकों के निवासियों को फिलहाल बिजली के लिए और इंतजार करना पड़ेगा। यहां लाइन जोड़ने के लिए 2.5 करोड़ रुपये खर्च आने की संभावना है। ऊर्जा निगम ने हाथ खड़े कर दिए हैं।
जिले के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों के कई गांव अभी भी विद्युतीकरण नहीं हो पाया है। उजाले के लिए उन्हें आज भी लालटेन, मोमबत्ती और चीड़ के छिलकों कासहारा लेना पड़ रहा है। ऊपर से मिट्टी तेल की किल्लत समस्या को और बढ़ा रही है। ऐसे 613 तोकों के विद्युतिकरण के लिए केंद्र सरकार ने वर्ष 2009 में राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के तहत रिपोर्ट मांगी थी लेकिन प्रस्ताव भेजने के बाद कोई कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे तोकों का विद्युतीकरण फिलहाल ठंडे बस्ते में पड़ता नजर आ रहा है। ग्रामीणों को बिजली के लिए अभी और लंबा इंतजार करना पड़ सकता है।
विद्युतीकरण से वंचित तोक-
जौनपुर- 180, भिलंगना-160, थौलधार-80,नरेंद्रनगर-45, चंबा-43, देवप्रयाग-35, कीर्तिनगर-25,प्रतापनगर-25, जाखणीधर-20।

बिजली से वंचित तोकों के विद्युतीकरण पर करीब 2.5 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है जो निगम के बूते से बाहर है। 2009 में केंद्र सरकार ने ऐसे तोकों की रिपोर्ट मंगाई थी, लेकिन उसके बाद वहां से कोई जबाव नहीं आया। संभवतया योजना के द्वितीय चरण में यहां काम शुरू हो पाएगा।
-अमित कुमार, ईई ऊर्जा निगम नई टिहरी।

Related posts