जर्जर भवन में रहने को मजबूर मां-बेटी

सरकाघाट: गरीब व असहाय लोगों के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार की ओर से कई कल्याणकारी योजनाएं आरंभ कर रखी हैं लेकिन फिर भी कई पात्र व्यक्ति इन योजनाओं का लाभ न मिल पाने के कारण तंगहाली में जीवन बसर करने को मजबूर हैं। गोपालपुर विकास खंड की ग्राम पंचायत चौरी के बडरेसा गांव की विधवा अपनी एक गोदी ली पुत्री के साथ जर्जर हो चुके मकान में जान जोखिम में डाल कर रहने को मजबूर है लेकिन उनको इस बदतर हालत से ऊपर उठाने के लिए न तो पंचायत और न ही प्रशासन कोई सार्थक कदम उठा सका है।

हालांकि महिला कई बार अपना दुखड़ा पंचायत प्रतिनिधियों व प्रशासन को सुना कर थक चुकी है। बीपीएल परिवार की इस महिला के पति तारा चंद का वर्ष 2008 में निधन हो जाने के बाद तो उसे गुजारा करने में भी दिक्कत पेश आने लगी है। इसके बावजूद इस परिवार को न तो इंदिरा आवास योजना और न ही अटल आवास योजना के लिए चयनित किया गया है। इस संदर्भ में पंचायत के उपप्रधान राजीव कुमार जो इससे पहले प्रधान रह चुके हैं, ने कहा कि महिला के घर की दयनीय दशा को देखते हुए उनको आवास के लिए चयनित किया जाना जरूरी है अब जनरल हाऊस होने पर उन्हें प्राथमिकता के आधार पर चयनित किया जाएगा

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