जम्मू-कश्मीर में फिदायीन हमले की फिराक में पाकिस्तान

जम्मू-कश्मीर में फिदायीन हमले की फिराक में पाकिस्तान

राजोरी
पांच अगस्त को जैसा कि जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बने एक वर्ष पूरा हो रहा है। अनुच्छेद 370, 35ए टूटने की पहली वर्षगांठ मनाई जाएगी। साथ ही अयोध्या में श्रीराम मंदिर का शिलान्यास भी 5 अगस्त को होना है। इसलिए पांच अगस्त से पहले पाकिस्तान राजोरी-पुंछ में फिदायीन हमले करा कर भारी संख्या में नुकसान पहुंचाने की फिराक में है।

सूत्रों के अनुसार पांच अगस्त से पहले-पहले पाकिस्तान नियंत्रण रेखा से फिदायीन आतंकवादियों को घुसपैठ कराने के प्रयास करेगा। सुरक्षा एजेंसियों और सेना के खुफिया तंत्र को ऐसे इनपुट मिले हैं कि नियंत्रण रेखा के उस पार बड़ी संख्या में खूंखार फिदायीन आतंकवादी घुसपैठ कर भारतीय क्षेत्र में घुसने के प्रयास में हैं। पाकिस्तान लगातार इस कोशिश में है कि किसी भी तरह आतंकवादियों को पांच अगस्त से पहले भारतीय क्षेत्र में भेजा जाए। नियंत्रण रेखा के उस पार 5 से 6 खूंखार फिदायीन आतंकवादियों के 8 से 10 समूह तैयार हैं और किसी भी समय घुसपैठ कर सकते हैं।
नौशेरा के नियंत्रण रेखा के उस पार जैश-ए- मोहम्मद और लश्कर-ए-ताइबा के आतंकवादी पाकिस्तान सेना की 28 सिंध बटालियन की जिम्मेदारी के क्षेत्र में हैं। इसके अलावा कलाल,  झंगड़, ढींग, केरी, पंज गराई ऐसे क्षेत्र हैं जहां से पाकिस्तान सेना जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-ताइबा के खूंखार फिदायीन आतंकवादियों को इस ओर  घुसपैठ कराने की फिराक में है।
साथ ही पाकिस्तानी सेना और आईएसआई पुंछ,  कुपवाड़ा, उड़ी और तंगधार से भी फिदायीन आतंकवादियों को घुसपैठ करने की कोशिश में है। पाकिस्तान सेना और पाकिस्तान की आईएसआई ऐसे खूंखार फिदायीन आतंकवादियों को जल्द से जल्द भारतीय क्षेत्र में भेजने के प्रयास में है ताकि अयोध्या में श्रीराम मंदिर के शिलान्यास और जम्मू-कश्मीर के यूटी बनने की वर्षगांठ से पहले खून खराबा किया जा सके, लेकिन सेना के सतर्क जवान उन्हें ऐसा नहीं करने दे रहे हैं।

सैन्य सूत्रों के अनुसार कुछ दिनों से पाकिस्तान सेना बार-बार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रही है। ताकि आतंकवादियों की घुसपैठ कराई जा सके। बता दें कि कुछ दिन पहले ही पाकिस्तानी सेना ने राजोरी के कलाल में घुसपैठ का प्रयास कराया था और उस प्रयास में भी खूंखार फिदायीन आतंकवादी ही थे, जिसमें सेना ने 2 को ढेर कर दिया और अन्य भाग निकले थे।

सुरक्षा एजेंसियां और सेना सतर्क
पांच अगस्त से पहले आतंकवादियों के घुसपैठ और हमले की इनपुट के चलते सेना और सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया गया है। सूत्रों के अनुसार नियंत्रण रेखा पर सेना को पहले से कहीं अधिक सतर्क पर रखा गया है। खास कर रात के समय नाइट सर्विलांस डिवाइस के प्रयोग से नियंत्रण रेखा पर दुश्मन की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। सीमा पर चौकसी को और भी कड़ा कर दिया गया है। सीमा पर हर छोटी बड़ी हलचल पर पूरी नजर रखी जा रही है। इसके साथ सीमा पर सुरक्षा कवच को भी मजबूत किया जा चुका है, जिससे कोई भी आतंकी सुरक्षित सीमा पार न कर सके। इसका अलावा सुरक्षा एजेंसियों को भी पहले से अधिक सतर्क कर दिया गया है।

 

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