घुमारवीं-लदरौर सड़क में तीन घंटे चक्का जाम

घुमारवीं (बिलासपुर)। भराड़ी में तीन वर्ष के बच्चा तेंदुआ का शिकार हो गया। इस पर गुस्साए इलाके के सैकड़ों लोग सड़क पर उतर आए हैं। बच्चे की मौत से गुस्साए ग्रामीणों ने वीरवार सुबह भराड़ी के नजदीक बाडां दा घाट में घुमारवीं- लदरौर सड़क पर तकरीबन तीन घंटे तक चक्का जाम किया। इससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सड़क में वाहनों की लंबी कतारें लगी रही। गुस्साए लोगों को शांत करने के लिए डीएफओ बिलासपुर, डीएसपी घुमारवीं मौके पर पहुंचना पड़ा। यहां तक कि सीपीएस राजेश धर्माणी भी मौके पर पहुंच गए।
धरने पर बैठे लोगों ने मांग की है कि तेंदुए को मारने के आदेश विभाग जारी किए जाएं। आम लोग भी तेंदुए को मार सकें। लोगों का कहना है कि अगर तेंदुए को नहीं मारा गया तो यह फिर किसी पर हमला कर सकता है। लोगों का कहना है कि लदरौर से लेकर दधोल तक दर्जनों के तेंदुए मौजूद है। लोग वन विभाग से क्षेत्र में सभी तेंदुए को मारने की मांग कर रहे हैं। करीब 20 दिन में यह दूसरी घटना है। कामली गांव में तेंदुआ ढाई वर्षीय अबोध बच्ची को उठाकर ले गया था और उस समय भी लोगों के भारी विरोध पर वन विभाग ने परवाणु से शूटर मंगवा कर तेंदुए को मार गिराया। जो तेंदुआ मारा वह आदमखोर था या फिर नहीं। इस पर भी सवाल उठने लगे हैं। क्षेत्र के लोग डीएफओ डीआर कौशल, संसदीय सचिव राजेश धर्माणी, डीएसपी मनोज कुमार के सामने इस बात को लेकर अड़े थे कि सारे तेंदुओं को मारने के आदेश दें। क्योंकि लोग खौफ के साए में है। उधर, डीएफओ डीआर कौशल ने मौके पर ही तेंदुए को मारने के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए परवाणु से शूटरों की टीम बुलाई गई है। आदमखोर तेंदुए को मारकर लोगों को राहत दिलाई जाएगी। उधर, एसीएफ वाइल्ड लाइफ शिमला प्रवीण थपलियाल, डीएफओ बाइल्ड लाइफ सतपाल, डीएफओ वाइल्ड लाइफ हमीरपुर संगीता चौहान भी मौके पर पहुंच गए हैं।

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