खुफिया एजेंसियों को आतंकी हमले के मिले इनपुट, घाटी में अलर्ट पर सुरक्षाबल

जम्मू  : रमजान का 17वां दिन, जो जंग ए बद्र की लड़ाई का दिन भी है। इसी दिन आतंकवादियों ने पिछले कुछ वर्षों से घाटी में सुरक्षाबलों और प्रतिष्ठानों पर हमला किया है। इसी को लेकर खुफिया एजेंसियों को इनपुट मिले हैं कि आतंकवादी सुरक्षाबलों पर हमले करने की कोशिश कर सकते हैं। इसी के चलते कश्मीर घाटी में सुरक्षाबलों को अलर्ट पर रखा गया है।

सूत्रों ने पुष्टि की है कि खुफिया एजेंसियों द्वारा इनपुट के बाद अलर्ट जारी किया गया है। बता दें कि पिछले चार महीनों में, सुरक्षाबलों ने 27 आतंकवाद-रोधी अभियान चलाए हैं, जिसमें इस वर्ष 64 आतंकवादी मारे गए हैं। जिसमें जैश-ए-मुहम्मद का कारी यासिर, अंसार गजवातुल हिंद का बुरहान कोका और हिजबुल कमांडर रियाज नायकू मारा गया है।

आतंकी संगठनों के नापाक मंसूबों को हर हाल में ध्वस्त करना है- डीजीपी
हाल ही में विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों की उच्च स्तरीय बैठक में डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक यहां शांति की बहाली नहीं हो जाती है। संवेदनशील स्थानों पर जरूरत के हिसाब से सुरक्षा बलों की तैनाती की जाए। जमीनी स्तर पर तैनात सुरक्षाकर्मियों और अन्य के बीच बेहतर समन्वय होना चाहिए।

डीजीपी ने कहा है कि पड़ोसी देश और जम्मू-कश्मीर में सक्रिय उसके समर्थित आतंकी संगठनों के नापाक मंसूबों को हर हाल में ध्वस्त करना है ताकि केंद्र शासित प्रदेश में शांति व्यवस्था की स्थिति में किसी प्रकार का खलल न उत्पन्न हो। देश विरोधी ताकतें कोरोना से जंग में जुटे सुरक्षाबलों के चलते फायदा उठा सकती हैं। इस वजह से सतर्क रहने और सुरक्षा ग्रिड को मजबूत बनाए रखने की जरूरत है।

 

 

Related posts