खस्ताहाल भवन में उच्च शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय

हमीरपुर। उच्च शिक्षा उपनिदेशक हमीरपुर का कार्यालय खस्ताहाल भवन में चल रहा है। जर्जर हो चुके भवन के नीचे करीब 40 कर्मचारी ड्यूटी बजाने को मजबूर हैं। कार्यालय भवन की दीवारों का प्लास्टर उखड़ चुका है तथा भवन की दीवारों में दरारें पड़ चुकी हैं। ऐसे में भवन कभी भी क्षतिग्रस्त हो सकता है।
विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार आजादी मिलने के कुछ वर्ष उपरांत भवन का निर्माण हुआ था। भवन का निर्माण भी पुरानी शैली के तहत हुआ है लेकिन मरम्मत के अभाव में भवन खस्ताहाल हो चुका है। काबिले गौर है कि वर्ष 1980 के दशक में उच्च शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय भवन में शिफ्ट हुआ था। इससे पहले भवन में उपायुक्त कार्यालय चलता था। उपायुक्त कार्यालय के गांधी चौक शिफ्ट होने के उपरांत भवन में कई वर्षों तक केंद्रीय विद्यालय चलता रहा है। ऐसे में भवन की मरम्मत कार्य न होने के कारण भवन खस्ताहाल स्थिति में पहुंच गया है।
भवन की दीवारों में लगे खिडकी-दरवाजें भी खस्ता हाल हो चुके हैं। कार्यालय में बना शौचालय भी जर्जर अवस्था में पहुंच चुका है। बरसात के समय भी कार्यालय में पानी घुस जाने से कर्मचारियों को परेशानी झेलनी पड़ती है। हालांकि विभाग द्वारा भवन की मरम्मत को लेकर पहले भी विभाग को प्रस्ताव भेजा जा चुका है लेकिन भवन की मरम्मत के लिए बजट स्वीकृत नहीं हो पाया है।
उच्च शिक्षा उपनिदेशक आरसी तबियाल ने बताया कि विभाग द्वारा उच्च शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय के निर्माण के लिए हिमुडा को प्रस्ताव भेजा गया है। विभाग ने कुल खर्च का एस्टीमेट मांगा है। जल्द ही नया भवन स्वीकृत होने के आसार हैं।

Related posts