क्या अनहोनी के इंतजार में है सरकार

केलांग। बर्फ की कैद में फंसे मरीजों और जरूरतमंदों के लिए उड़ने वाला हेलीकाप्टर आसमान से अचानक गायब हो गया। 15 जनवरी के बाद हेलीकाप्टर ने अभी तक जनजातीय क्षेत्रों के लिए एक भी उड़ान नहीं भरी। लिहाजा लाहौल घाटी में फंसे मरीजों की दिक्कतें बढ़ गई हैं। कुल्लू में भी कई सरकारी कर्मचारी उड़ान के इंतजार में कई दिनों से उड़ान समिति कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। हालांकि इस बीच करीब तीन-चार दिनों तक लगातार हुई बर्फबारी के कारण भी हेलीकाप्टर की उड़ानें संभव नहीं थी। केलांग अस्पताल में दाखिल मरीजों की हालत बिगड़ती जा रही है। डाक्टरों की सलाह पर जिला प्रशासन ने राज्य सरकार से आपातकालीन उड़ान करवाने की सिफारिश की थी। बावजूद इसके अभी तक कोई उड़ान नहीं हुई। शनिवार से कुल्लू समेत घाटी में मौसम खुशगवार चल रहा है। उड़ान समिति कार्यालय कुल्लू के मुताबिक 22 जनवरी तक 287 यात्रियों ने पांगी-किलाड़ समेत लाहौल घाटी के विभिन्न हेलीपेडों को जाने के लिए सीट बुकिंग को आवेदन कर रखा है। इतने ही लोगाें ने लाहौल और पांगी-किलाड़ से कुल्लू आने के लिए सीट बुकिंग को आवेदन कर रखे हैं। बीडीसी लाहौल के पूर्व अध्यक्ष एवं प्रवक्ता जिला कांग्रेस कमेटी नोरबू थोलगपा ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से घाटी के लिए तत्काल हेलीकाप्टर उड़ानें करवाए जाने की मांग की है। कहा कि जल्द ही एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मिलने शिमला जाएगा। कुल्लू में तैनात उड़ान समिति के सह-प्रभारी रूपलाल ने बताया कि अब तक 287 लोगों ने लाहौल समेत पांगी किलाड़ जाने के लिए सीट बुकिंग को आवेदन कर रखे हैं।

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