कोरोना फिदायीन भेजकर आतंकी जम्मू-कश्मीर में बीमारी फैलाने की फिराक में,बातचीत में हुआ खुलासा

श्रीनगर

सांकेतिक तस्वीर
प्रदेश में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच बेहद चौंकाने वाली खबर सामने आई है। पीओके में बैठे आतंकी जम्मू-कश्मीर में कोरोना फिदायीन भेजकर बड़े पैमाने पर बीमारी फैलाने की फिराक में है। इसका खुलासा आतंकी और उसके पिता के बीच हुई बातचीत में हुआ हैं। इसके बाद सुरक्षा एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं।
आतंकी ने अपने पिता से बात करते हुए कहा कि उसके कई साथी कोरोना से संक्रमित हो गए हैं। अब उनके आका सभी को कश्मीर भेजने की तैयारी कर रहे हैं जिससे वहां इस बीमारी को और फैलाया जा सके। वह यह भी कहते हुए सुनाई दे रहा है कि उनके पास खाने-पीने और दवाइयों की कोई व्यवस्था नहीं है।

अगर कुछ है तो बस केवल हथियार और गोला बारूद। सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस बातचीत की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। लेकिन सुरक्षा एजेंसियां सतर्क जरूर हो गई हैं। सूत्रों के अनुसार यह आतंकी दक्षिणी कश्मीर से ताल्लुक रखता है। सैन्य अधिकारी ने बताया कि संक्रमित आतंकियों की घुसपैठ करवाने की बात चिंताजनक है लेकिन सेना परिस्थिति से निपटने में सक्षम है। पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है। इसी की आड़ में इस प्रकार के आतंकी सीमापार भेजने की फिराक में हो।

बताते चलें कि विक्टर फोर्स के जीओसी मेजर जनरल ए सेनगुप्ता ने चार अप्रैल को बताया था कि लोग कोरोना से पहले ही डरे हुए हैं। अब उन्हें आतंकी दबाव डालकर या सहायता मांगकर संक्रमण फैला सकते हैं। उन्होंने लोगों को इस संक्रमण से बचने के साथ आतंकियों को पनाह न देने की अपील की थी। सेनगुप्ता ने कहा था कि सेना की यह रणनीति है कि इलाके में सभी आतंकियों को जल्द मार गिराया जाए ताकि बीमारी और ज्यादा न फैल सके।

आतंकी और उसके पिता के बीच बातचीत-
पिता को सलाम करते हुए आतंकी ने कहा.. . हैलो
पिता-कौन बोल रहा है
आतंकी-अब्बू मैं शाहिद बोल रहा हूं।
पिता-आज बड़े दिन बाद फोन किया, सब ठीक तो है।
आतंकी-टाइम नहीं मिलता, आज मिला तो सोचा हाल खबर ले लूं।
पिता-तुम और तुम्हारे साथी ठीक तो हैं
आतंकी-मैं तो ठीक हूं लेकिन पांच से छह साथी संक्रमित हो चुके हैं। अब आकाओं की कोशिश है जो संक्रमित हैं उन्हें जल्द से जल्द कश्मीर भेजा जाए।
पिता-उन्होंने कोई इंतजाम नहीं रखा क्या तुम लोगों के लिए वहां।
आतंकी-यहां केवल खुदा ही हाफिज है हमारा। न तो खाना है और न ही दवाइयां। उनके पास अगर कुछ है तो केवल हथियार।
पिता-तेरी मां बहुत परेशान है, जब से तू गया। अपना ध्यान रखना। आने का क्या प्लान है।
आतंकी-परेशान मत हो अल्लाह रहम करेगा। मैं भी कोशिश कर रहा हूं कि कोई रास्ता निकले तो मैं भी कश्मीर आऊं। मेरी ओर से सबको सलाम कहना। अपना और मां का भी ख्याल रखना।

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