कॉलगर्ल ने पत्नी को सूप में पिला दिया जहर

शिमला। राज्य महिला आयोग कोर्ट के तीसरे दिन वीरवार को कुल बाइस मामलों में से आठ पर सुनवाई हुई। आयोग की अध्यक्ष धनेश्वरी ठाकुर और सदस्य शीला ने मामलों की सुनवाई की। कोर्ट में आए पहले मामले में एक महिला ने शिकायत की कि पति उसे छोड़कर महाराष्ट्र में कॉलगर्ल के साथ रहता है। उसे भनक लगी तो पति को खोने के डर से वह महाराष्ट्र जा पहुंचीं। लेकिन वहां धोखे से कॉलगर्ल और उसके पति ने सूप में जहर मिलाकर पिला दिया। इससे छह महीने तक कोमा में रहना पड़ा। अभी भी ठीक तरह से चलने फिरने के लायक नहीं है। अफसोस इस बात है कि पति तो बेवफा निकला पर ससुराल वाले भी अब साथ रखने को तैयार नहीं। मैडम! अब आप बताएं मैं क्या करूं? मामले को सुनने के बाद कोर्ट ने पीड़ित महिला को खुद के पांव में खड़े होने की सलाह दी। साथ ही आश्वासन दिया कि कोर्ट उनके पति को खोजकर जेल में डालेगा।
कोर्ट में मानसिक रूप से कमजोर एक युवक पर राह चलती लड़कियों को छेड़ने का आरोप लगा। इस पर युवक ने जवाब दिया कि मैं क्या करूं मैडम, मुझे गांव के लोग ही ऐसा करने के लिए उकसाते हैं। कोर्ट ने उस युवक के पिता और ताऊ को हिदायत दी कि वे लड़के का इलाज कराएं और उसे ऐसा न करने दें।
हमीरपुर की महिला ने आरोप लगाया कि बेटी होने पर ससुराल वाले उससे मारपीट करते हैं। पति ने जवाब दिया कि ऐसा कुछ नहीं पर खुद उनकी पत्नी ससुराल नहीं रहना चाहती। महिला ने यह भी आरोप लगाया कि सास ने केरोसिन डालकर जलाने की कोशिश की लेकिन ससुर ने बचा लिया। ऐसा करने पर सास ने ससुर-बहू में अवैध संबंध होने का आरोप दाग दिया। कोर्ट ने कहा कि लड़ाई की जड़ सास ही है। वही पति और पत्नी के बीच झगड़ा करवा रही है। कोर्ट ने पति को हिदायत दी कि वे अपनी मां को समझाएं और आपसी मतभेद को भी खत्म करें।

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