केयू के हास्टल या विदेशी हुक्का बार

कुरुक्षेत्र। रशियन रम का हुक्का तंबाकू, अफजल पान रास फ्लेवर, हलीम अल मुस्क चारकोल और अलादीन तंबाकू, ये ब्रांड किसी विदेशी हुक्के बार में नहीं, बल्कि इन दिनों केयू के हास्टलों में दिख रहे हैं। खुलासा बृहस्पतिवार तड़के हुई छापामारी में हुआ। धरपकड़ के दौरान कुछ छात्रों पर जुर्माना लगाया गया तो कुछ ने छापामारी के दौरान मची अफरातफरी का फायदा उठाकर कमरों से माल गायब कर दिया। केयू के हास्टलों में नशाखोरी का प्रचलन इस कदर हावी है कि शराब की बोतलों और अन्य नशीले पदार्थों के अलावा अब फ्लेवर्ड हुक्के तक पहुंच चुके हैं। देवीलाल हास्टल में मिले विदेशी हुक्के और तंबाकू ने साबित कर दिया है कि नशीले पदार्थों का सेवन छात्रावासों में धड़ल्ले से हो रहा है। बहरहाल पकड़े गए विद्यार्थियों पर कार्रवाई के नाम पर 1000-1000 रुपये जुर्माना किया गया है। यूनिवर्सिटी में किसी भी तरह का नशा करना पूरी तरह प्रतिबंधित है। पिछले दिनों में शरारती तत्वों द्वारा इस प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान का माहौल खराब किए जाने वाली कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इन घटनाओं पर अंकुश लगाने के दावे केयू प्रशासन द्वारा लगातार किए जा रहे हैं, लेकिन हालात जस के तस हैं। फिलहाल केयू प्रशासन ने देवीलाल हास्टल के कमरा नंबर 66 व 67 से हुक्के तथा नशीला तंबाकू काबूकर उन छात्रों पर भी कार्रवाई की है, जो उपरोक्त सामग्री को शिक्षण केंद्र में लेकर आए थे। शिकायत के आधार पर की गई छापामारी में कमरा नंबर 66 के एलएलबी छात्र शुभम व अंकुश व 67 नंबर कमरे के एलएलबी के ही छात्र चिराग व अक्षय पर जुर्माना लगाने के साथ-साथ चेतावनी देकर छोड़ दिया।

फ्लेवर हुक्के से कैंसर की संभावना अधिक
एलएनजेपी अस्पताल के छाती और टीबी रोग विशेषज्ञ डा. एनके झांब ने बताया कि फ्लेवर हुक्के से कैंसर और फेफड़ों से संबंधित रोग होने की अत्याधिक संभावना रहती है। तंबाकू में पाया जाने वाला निकोटिन बेहद ही खतरनाक पदार्थ है, जो सीधे फेफड़ों पर बुरा असर दिखाता है।

परिजनों को भी कराया गया है अवगत
चीफ वार्डन डा. सत्यदेव के मुताबिक जिन छात्रों के कमरे से हुक्के और अन्य सामग्री बरामद हुई है, उन पर जुर्माना लगाने के साथ-साथ परिजनों को भी अवगत करा दिया गया है। भविष्य में इस तरह की घटना सामने आने पर छात्रों के कमरे रद किए जाएंगे।

शाम तक नहीं थी रजिस्ट्रार को जानकारी
छापामारी और धरपकड़ के बाद जब देश की एक ग्रेड केयू के रजिस्ट्रार डा. सुरेंद्र देसवाल से जानकारी ली गई तो उनका कहना था कि उन्हें इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है। वे पता करने के बाद ही इस बारे में कुछ बता सकेंगे। हास्टलों में छापामारी बृहस्पतिवार तड़के चार बजे हुई और रजिस्ट्रार को इसकी जानकारी शाम छह बजे तक भी नहीं थी।

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