‘केजरीवाल और सोनिया जनता को बताएं, समर्थन के लिए क्या है उनका गुप्त समझौता’

नई दिल्ली: सरकार गठन को लेकर गतिरोध के बीच भाजपा ने आम आदमी पार्टी (आप) पर आरोप लगाया कि उसने सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी से समर्थन नहीं लेने की अपनी घोषित नीति के खिलाफ जाकर कांग्रेस के साथ एक ‘‘गुप्त समझौता’’ किया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री पद के लिए भाजपा के उम्मीदवार हर्षवर्धन ने चुनाव के बाद आयोजित अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में साथ ही आप पर आरोप लगाया कि उसने कांग्रेस के इशारे पर सरकार गठन के अपने रुख में बदलाव कर लिया है। उन्होंने आप को कांग्रेस की ‘बी टीम’ करार दिया और दावा किया कि दोनों दलों ने भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए चुनाव से पहले एक ‘अपवित्र गठबंधन’’ बनाया था।

 

उन्होंने यह इशारा किया कि आप कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाएगी और कहा, ‘कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन पहले से था। वे सरकार गठन पर लोगों का समर्थन लेने की नौटंकी कर रहे हैं। सब फैसला पहले से ही है।’ हर्षवर्धन ने आप को आड़े हाथ लेते हुए 14 बिंदुओं पर पार्टी से स्पष्टीकरण मांगा कि वह सरकार गठन को लेकर देरी करने की रणनीति क्यों अपना रही और कांग्रेस से उसका क्या ‘संबंध’ है। उन्होंने 14 बिंदुओं में से एक पर कहा, ‘अरविंद केजरीवाल और सोनिया गांधी को जनता को बताना चाहिए कि उसके समर्थन के लिए आप के साथ उसका गुप्त समझौता क्या है।’

 

इस मुद्दे पर भाजपा की स्थिति पिछले कुछ दिनों से कुछ अलग लग रही है क्योंकि जब कांग्रेस ने आप को सरकार बनाने के लिए बिना शर्त समर्थन की पेशकश की थी तो उसने सरकार बनाने से बचने के लिए आप पर निशाना साधा था। हर्षवर्धन ने पूछा, ‘आप कांग्रेस की सहयोगी पार्टी है। कांग्रेस से समर्थन लेने का आप का निर्णय और कुछ नहीं बल्कि एक नौटंकी है। कांग्रेस ने भाजपा को सत्ता से बाहर रखने के लिए आप से गठबंधन किया। नहीं तो चुनाव परिणाम आने के बाद राहुल गांधी आप की प्रशंसा क्यों करते।’

 

उन्होंने कहा कि 28 सीटें जीतने के बाद आप ने घोषणा की थी कि वह न तो कांग्रेस और न ही भाजपा को समर्थन देगी और न ही सरकार बनाने के लिए उनसे कोई भी मदद लेगी। उसके बाद इस पार्टी ने कांग्रेस के इशारे पर अपना एजेंडा बदल दिया।’ लेकिन हर्षवर्धन ने इस सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया कि भाजपा ने पहले आप की यह आरोप लगाते हुए आलोचना की थी कि वह सरकार बनाने से इसलिए बच रही है क्योंकि उसे आशंका है कि वह बिजली की दरें 50 प्रतिशत कम करने का जनता से किया अपना वादा पूरा नहीं कर पाएगी। कांग्रेस ने सरकार बनाने के लिए आप को बिनाशर्त समर्थन की पेशकश की है।

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