कार्यकर्ता, हेल्पर्स को नियमित करे सरकार

बिलासपुर। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, हेल्पर्स ने केंद्र, प्रदेश सरकार के खिलाफ कड़ा रोष प्रकट किया है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, हेल्पर्स ने नियमित करने के अलावा सरकार से हरियाणा राज्य की तर्ज पर 75 सौ और 75 सौ रुपये मानदेय देने की भी मांग की है।
गुरुवार को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, हेल्पर्स यूनियन ने सीटू के बैनर तले बिलासपुर शहर में मांगों को लेकर रैली निकाली। रैली लक्ष्मीनारायण मंदिर से शुरू होकर उपायुक्त कार्यालय तक निकाली गई। डीसी के माध्यम से प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया गया। रैली की अगुवाई यूनियन सचिव सरोज बाला ने की। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, हेल्पर्स की कई समस्याएं लंबित हैं। सरकार द्वारा उनकी मांगों की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। विभाग में सभी कर्मचारी नियमित हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और हेल्पर्स को नियमित नहीं किया जा रहा है। उन्होंने मांग की है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, हेल्पर्स को 45वें सम्मेलन की सिफारिशों के अनुसार सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए। पेंशन सुविधा, बाल विकास परियोजना का निजीकरण किया जाए। आंगनबाड़ी केंद्रों में खाद्य सामग्री विभाग द्वारा उपलब्ध करवाई जाए। सुपरवाइजर की 90 फीसदी भरती आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से की जाए। मानदेय नकद दिया जाए। सेवानिवृत्ति आयु 65 वर्ष की जाए। केंद्रों में पक्की इमारतें, शौचालय बनाए जाएं। प्राथमिक स्कूलों में दाखिले के लिए केंद्रों के प्रमाण पत्र अनिवार्य किए जाएं। इसके अलावा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के खाली पदों पर जहां योग्य सहायिका है। वहां पर कार्यकर्ता के पद पर नियुक्त किया जाए। इस दौरान सरोजबाला, निक्की, हेमलता, मीना, दीपा, सीमा, रीता, इंदिरा, कौशल्य, आशा सहित अन्य ने भाग लिया।

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