कांग्रेस की कलह: रावत की सलाह पर अमल शुरू, कैप्टन ने माझा के दिग्गज कांग्रेसियों को साधा 

कांग्रेस की कलह: रावत की सलाह पर अमल शुरू, कैप्टन ने माझा के दिग्गज कांग्रेसियों को साधा 

चंडीगढ़
पंजाब कांग्रेस में चल रही कलह के बीच मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह प्रदेश प्रभारी हरीश रावत की सलाह पर अमल करने में जुट गए हैं। पंजाब विधानसभा में शुक्रवार को जहां श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400वें प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में आयोजित एक दिवसीय विशेष सत्र के दौरान धार्मिक और श्रद्धा का माहौल नजर आया, वहीं सदन के बाहर सियासी गतिविधियां भी बदस्तूर जारी रहीं। कैप्टन ने सत्र खत्म होने के बाद माझा क्षेत्र के अनेक सीनियर नेताओं को शहर के एक पांच सितारा होटल में लंच दिया और उनकी नाराजगी दूर करने की कोशिश की।

प्रदेश कांग्रेस में जारी धड़ेबंदी के माहौल के बीच कैप्टन ने माझा क्षेत्र के कांग्रेसी सांसदों और विधायकों के साथ लंच के दौरान करीब डेढ़ घंटा चर्चा की। इस लंच मीटिंग की विशेष बात यह रही कि कभी कैप्टन के धुर विरोधी रहे राज्यसभा सदस्य और पंजाब प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रताप सिंह बाजवा, सांसद गुरजीत सिंह औजला, जसबीर सिंह डिंपा, कैबिनेट मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी, विधायक फतेहजंग बाजवा, रमिंदर सिंह आंवला और कुछ अन्य प्रमुख नेता इसमें मौजूद रहे। 

पिछले दिनों पंजाब पार्टी प्रभारी हरीश रावत ने अपने चंडीगढ़ दौरे के दौरान कहा था कि उन्होने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को सलाह दी है कि वे राज्य के नाराज मंत्रियों, विधायकों को नेताओं से बातचीत कर उनको मनाएं। कैप्टन की इस कवायद को रावत की सलाह पर अमल के तौर पर देखा जा रहा है। 

सिद्धू की दिल्ली में अनदेखी से कैप्टन खेमा उत्साहित
सूत्रों के अनुसार, इस दौरान मुख्यमंत्री ने माझा क्षेत्र के नेताओं के साथ सियासी रणनीति पर चर्चा की, क्योंकि इसी क्षेत्र से अमरिंदर को पार्टी के कई नेताओं के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। इसी हफ्ते पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश रावत के चंडीगढ़ दौरे के समय प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिद्धू का दिल्ली में हाईकमान से मिलने जाना और वहां केंद्रीय नेतृत्व द्वारा उनको मिलने के लिए समय नहीं देने से कैप्टन और उनके समर्थक उत्साहित हैं।  

नवजोत सिद्धू की दिल्ली में हाईकमान के किसी भी नेता से बातचीत नहीं हो सकी और वे इंतजार करके खाली हाथ लौट आए।  इससे प्रदेश कांग्रेस में यह संकेत गया है कि हाईकमान अब सिद्धू को लेकर बहुत अधिक उत्साहित नहीं है और आने वाले कुछ दिनों में सिद्धू हाईकमान के अनदेखी का शिकार हो सकते हैं। 

अमरिंदर ने बनाई डैमेज कंट्रोल की रणनीति
दूसरी ओर, कैप्टन ने इन्हीं बदलते हालात में अपने लिए डैमेज कंट्रोल की रणनीति बनाई है। पता चला है कि शुक्रवार को लंच मीटिंग के दौरान उन्होंने पार्टी के सीनियर नेताओं के साथ मौजूदा स्थिति पर चर्चा की। इस संबंध में कुछ विधायकों से जब फोन पर जानकारी चाही गई तो उन्होंने विवाद संबंधी किसी मुद्दे पर इस मीटिंग में चर्चा से इनकार किया।

विकास के मुद्दे पर हुई चर्चा
इस मीटिंग में प्रदेश के विकास संबंधी मुद्दों पर चर्चा हुई है। मैंने पिछले दिनों सरकार से बातचीत करके गन्ना किसानों का बड़ा मसला हल करवाया है और गन्ने के दाम संबंधी ऐतिहासिक फैसला लिया गया है। ऐसे और भी कई काम करने हैं जो उनके ध्यान में हैं और जिनसे प्रदेश के लोगों के हित जुड़े हैं। -प्रताप सिंह बाजवा, राज्यसभा सांसद (कांग्रेस)
कैप्टन सरकार ने जनता से जो वादे किए थे, उनमें से अनेक पूरे कर दिए गए हैं और जो रह गए हैं, उन्हें पूरा करने के सरकार उपाय कर रही है। इसके लिए यह मीटिंग जरूरी थी।- राणा गुरमीत सिंह सोढी खेल मंत्री, पंजाब

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