इन 47 दवाओं के सैंपल फेल

नालागढ़

हिमाचल के उद्योगों में बन रहीं दवाएं लगातार मानकों पर खरा नहीं उतर रही हैं। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रक संगठन (सीडीएससीओ) के दिसंबर के ड्रग अलर्ट में देशभर के फेल 47 दवा सैंपलों में हिमाचल की 14 दवाएं शामिल हैं। इनमें बीबीएन की छह और सिरमौर की चार, कांगड़ा की तीन और ऊना में बनी एक दवा शामिल है। सीडीएससीओ ने नवंबर में देशभर से 1336 दवाओं के सैंपल एकत्रित किए थे। फेल दवा सैंपलों में थियोन फार्मास्यूटिकल सैणीमाजरा नालागढ़ की एमोक्सीसिलिन पोटाशियम कलवुनेट, सनवेट हेल्थकेयर गांव शंभुवाला नाहन पांवटा रोड की डैबिगारटन इटेक्सजाइलेट मेसीलेट कैप्सूल, एचएल हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड इंडस्ट्रियल एरिया फेस-2 गगरेट की एजीथ्रोमाइसिन टैबलेट, टोरेंट फार्मास्यूटिकल लिमिटेड बद्दी की इंडेपामाइड एसआर टैबलेट, अमेसटेर लैब्स सराजमाजरा गुज्जरां बद्दी की 3जी मैक्स सॉफ्टजेल कैप्सूल, सेल्स फार्मास्यूटिकल हररायपुर बद्दी की फैक्सोफेनडाइन हाइड्रोक्लोराइड शामिल हैं।ग्रैमपस लैबोरेट्रीज जोहरों इंडस्ट्रियल एरिया कालाअंब सिरमौर की न्यूमाइसिन सल्फेट पॉलीमिक्सिन-बी सल्फेट एंड बेसिट्रसिन जिंक पाउडर, मोनटेक बायोफार्मा हिमुडा इंडस्ट्रियल एरिया भटौलीकलां बद्दी की लैक्टूलोज ओरल सॉल्यूशन, टैरेस फार्मास्यूटिकल फेस-3 इंडस्ट्रियल एरिया संसारपुर टैरेस कांगड़ा की आईसोसोब्राइड मोनोनाइट्रेट टैबलेट, सिवरॉन फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्रियल एरिया फेस-3 संसारपुर टैरेस कांगड़ा की नाइट्रोग्लिसरिन कंट्रोल्ड रिलीज टैबलेट 2.6 और नाइट्रोमेड सीआर-6.4, निकविन हेल्थकेयर काठा बद्दी की सैफूरोक्सिम एक्सेटिल टैबलेट, डिजिटल विजिन कालाअंब सिरमौर की रेबेप्राजोल सोडियम टैबलेट, जी लैबोरेट्रीज इंडस्ट्रियल एरिया पांवटा साहिब की मोनटूलेकास्ट सोडियम व लीवसिटरेजिन हाइड्रोक्लोराइड टैबलेट शामिल है। सैंपल इंदौर, असम, त्रिपुरा, बद्दी, ड्रग्स कंट्रोल आफिस हिमाचल, गाजियाबाद से लिए गए हैं। इनकी जांच सीडीटीएल मुंबई, आरडीटीएल गुवाहाटी, चंडीगढ़, कोलकाता में की गई है। सहायक राज्य दवा नियंत्रक मनीष कपूर ने बताया कि सैंपल फेल होने वाले उद्योगों को नोटिस जारी किए जाएंगे। फेल सैंपलों के बैच मार्केट से हटाने के निर्देश जारी किए हैं।स्ट्रोक रोकने, बीपी, एलर्जी आदि के लिए थीं दवाएं
ये दवाएं एंटीबायोटिक, स्ट्रोक को रोकने के लिए, उच्च रक्त चाप, शरीर के हार्मोन्ज का निर्माण करने, एलर्जी, घाव व जीवाणु संक्रमण रोकने, कब्ज, हृदय में ब्लड फ्लो बढ़ाने, संक्रमण रोकथाम, गैस्ट्रिक आदि के उपचार में काम में लाई जाती है।

Related posts