आरक्षित बच्चों को आईटी की फीस में नहीं मिली छूट

चंबा। सरकारी स्कूलों में आईटी विषय की पढ़ाई कर रहे आरक्षित वर्ग के छात्रों को स्कूलों के मुखियाओं की लापरवाही का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। इनको फीस में 50 फीसदी छूट का प्रावधान है, मगर इसके लिए स्कूल के मुखिया को उपनिदेशक कार्यालय में एपीआर भेजनी होती है। एपीआर न आने के कारण करीब 300 छात्रों को फीस में छूट नहीं मिल रही है। छात्रों को अब पूरी फीस अदा करके पढ़ाई करनी पड़ रही है। विभाग के अनुसार आईटी में पढ़ाई करने वाले एससी और बीपीएल परिवारों को शिक्षा विभाग ने फीस में 50 प्रतिशत तक छूट दी जाती है। पहले तो छात्रों से पूरी फीस ली जाती है। एपीआर मिलने पर विभाग उनकी 50 फीसदी फीस की राशि वापिस करता है। इस बार गई छात्रों को फीस में छूट नहीं मिली है। शिक्षा विभाग भी लंबे समय से स्कूलों को एपीआर भेजने के निर्देश जारी कर रहा है, मगर स्कूल के मुखियां एपीआर नहीं भेज रहे हैं। विभाग ने एपीआर भेजने के लिए अब दो दिनों का समय दिया है। इसके बावजूद भी एपीआर नहीं मिलती है तो स्कूल के मुखियों पर सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। शिक्षा विभाग ने अभी 30 स्कूलों में फीस की राशि छात्रों को देनी है। शिक्षा निदेशालय ने भी दो दिनों के अंदर स्कूलों से एपीआर मांगी है।
वहीं, उच्च शिक्षा उपनिदेशक विजय सिंह ठाकुर ने बताया कि 25 स्कूलों के मुखियों ने एपीआर नहीं भेजी है। इस बजह से आईटी की पढ़ाई कर रहे बच्चों को फीस में छूट नहीं दी जा रही है। जैसे ही एपीआर स्कूलों से कार्यालयों में पहुंचेंगी, उसके बाद छात्रों को फीस में 50 प्रतिशत छूट दे दी जाएगी।
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इन स्कूलों में नहीं मिली छूट
एपीआर न भेजने वाले स्कूलों में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला चुवाड़ी, भरमौर, खणी, चकलू, मसरूंड, डियूर, मैहला, टुंडी, दुलारा, चनेड़, भलेई, मंजीर, शेरपुर, गरोला, होली, कुठेहड़, लुडडू, कोहल्ड़ी, रायपुर, हटली, थुलेल, बगढ़ार, गैहरा, टिकरु और रुणुकोठी शामिल हैं।

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