धर्मशाला। भारतीय खाद्य निगम अपना 97.3 फीसदी कार्य हिंदी में कर रहा है। निगम जल्द ही शत प्रतिशत कार्य को हिंदी में कर देगा। इस बात का खुलासा निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक हरीश चंद्र ने धर्मशाला में हिंदी भाषा पर आयोजित जिला स्तरीय कार्यशाला में किया। उन्होंने कहा कि हिंदी हमारी मातृ भाषा है, लेकिन आज भी पूरे भारत वर्ष में हिंदी नहीं बोली जाती। इस पर विचार करना बेहद आवश्यक है। उन्होंने दक्षिण और पूर्व के राज्यों का उदाहरण देते हुए कहा कि इनमें हिंदी भाषा को जानने वाले बहुत कम लोग हैं। पूरे भारत में हिंदी की पहुंच बनाने के लिए सरकार को जरूरी कदम उठाने चाहिए। इस मौके पर जाने माने लेखक और हिंदी के जानकार डा. पीयूष गुलेरी जो हिंदी के प्रोफेसर भी रह चुके हैं। उन्होंने भी अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि हिंदी हमारी राज भाषा है, लेकिन यह अभी तक राष्ट्र भाषा नहीं हो पाई है। हिंदी को राष्ट्र भाषा बनाए जाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जाने की जरूरत है। उन्होंने हिंदी के उद्गम और इसके विकसित होने के सभी पहलुओं पर गहनता से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हिंदी भाषा को ज्यादा से ज्यादा बोलचाल की भाषा में लाना चाहिए। इस मौके पर खाद्य निगम के कई अधिकारी, कर्मचारी समेत कई हिंदी के विद्वान मौजूद रहे। उन्होंने अपने-अपने विचार साझा किए। निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक हरीश चंद्र ने कहा कि आगामी वर्ष तक निगम अपना शत प्रतिशत कार्य हिंदी में करने हेतु प्रयासरत रहेगा।
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