रामपुर बुशहर। बसें नियमित न चलाने पर मुनिश पंचायत के लोगों ने निजी आपरेटरों के खिलाफ मोरचा खोल दिया है। ग्रामीणाें ने सरकार से मांग की है कि आपरेटरों को रूट पर नियमित बस चलाने के निर्देश दिए जाएं, या फिर इनके इस रूट के परमिट ही रद कर दिए जाएं। उनका कहना है कि आपरेटरों की मनमानी से उन्हें कई तरह की परेशानी झेलनी पड़ रही है।
मुनिश पंचायत के प्रधान बसंत राम की अध्यक्षता में मासिक बैठक हुई। इसमें मुनिश रूट पर दोनों निजी बसों को नियमित न चलाने पर रोष व्यक्त किया गया। पंचायत प्रधान बसंत राम, उपप्रधान हीरा सिंह, नरैण दास, कला देवी, रीता मसोई, सरोजनी ठाकुर, चंद्र कुमार, पदम नेगी ने बसों को रूट पर नियमित चलाने की मांग की। इन्होंने कहा कि बसों के अनियमित चलने से मुनिश पंचायतों के लोगों को खासी दिक्कतें पेश आ रही हैं। इस रूट पर निगम की एक बस चली है। ऐसे में निजी बसें भी लोगों को आवाजाही के लिए बेहतर विकल्प है। मगर, आपरेटरों की मनमानी के कारण बसों से लोगों को कोई लाभ नहीं हो रहा है। एक बस का परमिट सराहन से मुनिश का है, मगर वह सराहन से डंडोल तक चलाई जा रही है जबकि, सराहन से मुनिश तक चलने वाली दूसरी बस इन दिनों सिर्फ तकलेच तक ही चलाई जा रही है, ऐसे में लोगों को खासी दिक्कतें पेश आ रही हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि बसों को रूट के मुताबिक मुनिश तक चलाने के निर्देश दिए जाएं या फिर मनमानी कर रहे इन आपरेटरों के परमिट ही रद किए जाएं।