अमित शाह की अध्यक्षता में हो रहा है राज्य पुलिस बलों-अर्धसैनिक संगठनों के प्रमुखों का सम्मेलन

अमित शाह की अध्यक्षता में हो रहा है राज्य पुलिस बलों-अर्धसैनिक संगठनों के प्रमुखों का सम्मेलन
 नई दिल्ली

सम्मेलन में साइबर सुरक्षा, नशीले पदार्थों के खिलाफ अभियान, जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर प्रमुखता से चर्चा की जाएगी। इसके अलावा सीमा प्रबंधन, सीमा पार से मिल रही चुनौतियां, समुद्री सुरक्षा, खालिस्तानी चरमपंथियों से पैदा हो रहे खतरे, अर्थव्यवस्था, क्रिप्टोकरेंसी, माओवादी हिंसा और पूर्वोत्तर अशांति पर भी चर्चा होने की उम्मीद है।

Amit Shah

सभी राज्य पुलिस बलों और अर्धसैनिक संगठनों के प्रमुखों का तीन दिवसीय सम्मेलन आज से शुरू हो गया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल बैठक को संबोधित करेंगे। इसमें पुलिस महानिदेशक और महानिरीक्षक स्तर के देश के करीब 350 शीर्ष पुलिस अधिकारी भाग ले रहे हैं।

इन मुद्दों पर होगी चर्चा
सम्मेलन में साइबर सुरक्षा, नशीले पदार्थों के खिलाफ अभियान, जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर प्रमुखता से चर्चा की जाएगी। इसके अलावा सीमा प्रबंधन, सीमा पार से मिल रही चुनौतियां, समुद्री सुरक्षा, खालिस्तानी चरमपंथियों से पैदा हो रहे खतरे, अर्थव्यवस्था, क्रिप्टोकरेंसी, माओवादी हिंसा और पूर्वोत्तर अशांति पर भी चर्चा होने की उम्मीद है।

अब तक कहां-कहां हुआ आयोजन
2013 तक, वार्षिक बैठक नई दिल्ली में आयोजित की गई थी। अगले साल जब नरेंद्र मोदी सरकार सत्ता में आई, तो राष्ट्रीय राजधानी के बाहर गृह मंत्रालय और खुफिया ब्यूरो द्वारा आयोजित कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया गया। इसके बाद यह 2014 में गुवाहाटी में, 2015 में कच्छ के रण में, 2016 में हैदराबाद में राष्ट्रीय पुलिस अकादमी, 2017 में टेकनपुर में बीएसएफ अकादमी, 2019 में पुणे में और 2020 में कोविड महामारी के दौरान इसे वर्चुअली आयोजित किया गया था। 2021 में लखनऊ में इसे हाइब्रिड मोड में आयोजित किया गया था। इस बार सम्मेलन  पिछले स्थल विज्ञान भवन के विपरीत दिल्ली के पूसा में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान में आयोजित किया जा रहा है।

केवल राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों पर केंद्रित नहीं
2014 से पहले विचार-विमर्श काफी हद तक केवल राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों पर केंद्रित था। अधिकारी ने कहा कि 2014 से इन सम्मेलनों में राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ-साथ अपराध की रोकथाम और पहचान, सामुदायिक पुलिसिंग, कानून और व्यवस्था, पुलिस की छवि में सुधार आदि मुख्य पुलिसिंग मुद्दों पर दोहरा ध्यान केंद्रित किया गया है।

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